Delhi Assembly Elections 2025: राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की वजह से राजधानी में अगले महीने फरवरी में करीब चार दिन शराब की दुकानें बंद रहेंगी। दिल्ली सरकार ने शहर में शराब की दुकानें और शराब परोसने वाले अन्य प्रतिष्ठानों को तीन से पांच फरवरी तक मतदान के दिन और आठ फरवरी को नतीजे घोषित होने के दिन बंद रखने का आदेश दिया है। दिल्ली में सभी 70 सीटों के लिए पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। जबकि नतीजे आठ फरवरी को जारी किए जाएंगे।
दिल्ली आबकारी आयुक्त द्वारा हाल में जारी एक अधिसूचना में 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान के दिन और मतगणना के दिन विभिन्न आबकारी लाइसेंसों के लिए आबकारी नियम-2010 के तहत 'शुष्क दिवस' घोषित किया गया है।
एक अधिसूचना में कहा गया है, "यह आदेश दिया जाता है कि तीन फरवरी को शाम छह बजे से पांच फरवरी को शाम छह बजे तक (मतदान समाप्ति के लिए निर्धारित समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घंटों के दौरान) तथा मतगणना के दिन आठ फरवरी को ड्राई डे रहेगा।"
होटल, रेस्तरां और क्लब रहेंगे बंद
अधिसूचना में कहा गया है कि ड्राई डे के दौरान शराब की दुकानें, होटल, रेस्तरां, क्लब और शराब बेचने या परोसने वाले प्रतिष्ठानों को किसी को भी शराब बेचने या परोसने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसमें कहा गया है कि गैर-स्वामित्व वाले क्लब, स्टार होटल, रेस्तरां और अन्य, और किसी के द्वारा संचालित होटल भले ही उन्हें शराब रखने और आपूर्ति के लिए विभिन्न कैटेगरी के लाइसेंस जारी किए गए हों। इस दौरान उन्हें भी शराब परोसने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
चुनावों के कार्यक्रम से पता चलता है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का एकमात्र सत्र 5 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। 8 फरवरी को वोटों की गिनती की जाएगी। यानी उसी दिन नतीजे घोषित किए जाने की उम्मीद है। पिछले दो चुनावों में भारी अंतर से जीत हासिल करने के बाद एक और कार्यकाल पर नजर रखते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) अच्छी स्थिति में दिखाई दे रही है।
AAP लगातार दो चुनाव जीतने में सफल रही। अरविंद केजरीवाल की पार्टी 2015 में 70 में से 67 और 2020 में 62 सीटें जीतीं। आगामी चुनावों में 70 विधानसभा सीटों के लिए 699 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जो 2020 में 672 से ज्यादा है। निर्वाचन क्षेत्रों के भीतर AAP और कांग्रेस ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 68 सीटों पर दावेदार खड़े किए हैं। वहीं 2 सीटें अपने गठबंधन सहयोगियों के लिए रखी हैं।