Milkipur Upchunav Result: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चंद्रभानु पासवान को जीत हासिल हुई है। वह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी अजीत प्रसाद से 61,710 वोटों के अंतर से जीते हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार, पासवान को 1,46,397 वोट मिले, जबकि प्रसाद को 84,687 वोट मिले।
वहीं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संतोष कुमार 5,459 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ अपने सपोर्टर्स का भी आभार जताया है। पासवान ने कहा कि बीजेपी सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं को हमने लोगों तक पहुंचाया और मिल्कीपुर के लोगों ने इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
ANI के मुताबिक, मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों पर बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने कहा है, "मिल्कीपुर में सकारात्मक नतीजे समाजवादी पार्टी के लोकसभा चुनाव के अहंकार के टूटने का प्रतीक हैं। समाजवादी पार्टी को लोकतांत्रिक तरीके से हार को प्यार से स्वीकार करना चाहिए..."
मिल्कीपुर सीट पर क्यों हुए उपचुनाव
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर वर्ष 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद जीते थे। उन्होंने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट से चुने जाने के बाद यूपी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इसके चलते मिल्कीपुर सीट खाली हो गई। इसलिए यहां 5 फरवरी 2025 को उपचुनाव कराया गया। सपा जहां इस सीट को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं बीजेपी इस चुनाव को फैजाबाद लोकसभा सीट पर अपनी हार का बदला लेने के मौके के रूप में देख रही है।
उपचुनाव में 65 प्रतिशत रही वोटिंग
वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी मिल्कीपुर के रूप में अयोध्या जिले में केवल एक सीट हारी थी। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 5 फरवरी को हुए उपचुनाव में कुल 3.71 लाख मतदाताओं में से 65 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। यह आंकड़ा 2022 के विधानसभा चुनाव में दर्ज मतदान से अधिक है।
मिल्कीपुर उपचुनाव बना प्रतिष्ठा की लड़ाई
मिल्कीपुर उपचुनाव, समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है, क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अयोध्या जिले का हिस्सा है। इस सीट पर कुल 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला सपा के अजीत प्रसाद और भाजपा के चंद्रभानु पासवान के बीच माना जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) यह उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं कांग्रेस इस सीट पर अपनी गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारा है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली और बेईमानी करने का आरोप लगाया है। मिल्कीपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व है।