Bihar Election 2025: बिहार में महागठबंधन के लिए सीट बंटवारा मुश्किल, दो और दल शामिल
Bihar Chunav 2025: बिहार के महागठबंधन में अभी छह दल हैं- लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, CPI, CPM और VIP। अब इसमें JMM और LJP (पारस) भी शामिल हो गए हैं। इसका मतलब यह है कि अब राज्य की 243 विधानसभा सीटों को 8 दलों के बीच बांटना होगा, ये एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आम सहमति तक पहुंचना जटिल हो जाएगा
Bihar Election 2025: बिहार में महागठबंधन के लिए सीट बंटवारा मुश्किल, दो और दल शामिल
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, NDA और महागठबंधन दोनों में सीटों के बंटवारे पर बातचीत शुरू हो गई है। सत्तारूढ़ गठबंधन में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की मांगों के कारण बातचीत चुनौतीपूर्ण हो गई है, तो वहीं विपक्षी खेमे में दो और दल शामिल हो गए हैं- हेमंत सोरेन का झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और पशुपति पारस का LJP गुट। कांग्रेस और CPIM भी ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं।
बिहार के महागठबंधन में अभी छह दल हैं- लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, CPI, CPM और VIP। अब इसमें JMM और LJP (पारस) भी शामिल हो गए हैं।
इसका मतलब यह है कि अब राज्य की 243 विधानसभा सीटों को 8 दलों के बीच बांटना होगा, ये एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आम सहमति तक पहुंचना जटिल हो जाएगा।
पशुपति पारस के जरिए महागठबंधन पासवान वोटों को विभाजित करने की कोशिश करेगा- खासकर खगड़िया में जहां से पासवान परिवार आता है।
पारस लंबे समय से खगड़िया की अलौली विधानसभा सीट से विधायक हैं। NDTV के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि LJP के पारस गुट को दो-तीन सीटें जरूर मिलेंगी, जहां से पारस और उनके बेटे चुनाव लड़ सकते हैं।
गठबंधन को उम्मीद है कि पारस को हाजीपुर से चुनाव लड़ाकर पासवान वोटों को भी काटा जा सकता है।
JMM को भी सीट देना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि झारखंड में RJD और कांग्रेस भी सरकार का हिस्सा हैं। JMM को बांका, मुंगेर और भागलपुर जैसे झारखंड से सटे इलाकों में सीटें दी जा सकती हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सभी को अपनी सीटें छोड़नी होंगी और दूसरे दलों के साथ तालमेल बिठाना होगा।
शनिवार को पटना में हुई बैठक के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने साफ तौर पर कहा कि सभी दलों को अपनी कुछ सीटें छोड़नी होंगी और गठबंधन के बाकी दलों के साथ तालमेल बिठाना होगा।
2020 में महागठबंधन का प्रदर्शन
RJD ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से उसे 75 सीटों पर जीत मिली।
कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 सीटों पर जीत हासिल की।
CPI-ML ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और 12 सीटों पर जीत हासिल की।
CPM ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा और 2 सीटों पर जीत हासिल की।
CPI ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा और 2 सीटों पर जीत हासिल की।
ये हो सकती हैं मुश्किलें
इस बार मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) भी महागठबंधन का हिस्सा है। सहनी ने गठबंधन से 50 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की है, अगर महागठबंधन चुनाव जीतता है।
सहनी यह भी चाहते हैं कि जैसे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है, वैसे ही उन्हें भी उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए।
सूत्रों के अनुसार, RJD के तेजस्वी यादव या कांग्रेस के लिए मुकेश सहनी को समायोजित करना आसान नहीं होगा। माना जा रहा है कि सहनी की पार्टी को 20 से 25 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, कई दल इस पर भी आपत्ति जता रहे हैं, क्योंकि पिछली बार सहनी ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल 4 ही जीत पाए थे।
इस बार तेजस्वी यादव पिछड़ी जातियों के वोट के लिए उन्हें गठबंधन में बनाए रखना चाहते हैं।
कांग्रेस को पिछली बार मिली 70 सीटों की बजाय 60 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है। सूत्रों के अनुसार, अगर सीटें जीतने लायक हों, तो वे मान भी सकते हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में CPI-ML का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा था, इसलिए उनके की ओर से ज्यादा सीटें मांगने की संभावना है।
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