Sameer Wankhede: सुपरस्टार शाहरुख खान के प्रोडक्शन बैनर, रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने आर्यन खान की नेटफ्लिक्स सीरीज़ "द बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड" को लेकर आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े के दायर मानहानि मुकदमे में अपना बयान दिया है। प्रोडक्शन हाउस ने अदालत में कहा कि ये शो अधिकारी के एक्शन लेने के तरीके को दिखाता है। लेकिन इसका क्रूड रेड मामले से कोई लेना देना नहीं है।
बुधवार को, रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने दिल्ली हाई कोर्ट में वानखेड़े की उस याचिका का विरोध किया जिसमें सीरीज़ की स्ट्रीमिंग पर रोक लगाने के लिए अंतरिम आदेश देने की मांग की गई थी। प्रोडक्शन हाउस की ओर सेसीनियर लॉयर नीरज किशन कौल ने न्यायमूर्ति पुरुषेंद्र कुमार कौरव के समक्ष तर्क दिया कि किसी भी फिल्म में काल्पनिक चीजों को दिखा सकते हैं।
कौल ने दलील दी, "क्या व्यंग्य और कल्पना एक साथ रह सकते हैं? इसे बेन करने वाला कोई कानून नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "किसी भी हादसे या घटना कू फीचर फिल्म या सीरीज बनाई जा सकती है। इसमें क्या गलत है? यह एक बॉलीवुड इंड्रस्ट्री पर बेस्ड सीरीज है।
कौल ने ज़ोर देकर कहा कि इस सीरीज़ का दायरा आरोपों से कहीं ज़्यादा है। "आप किसी एक लाइन या किसी एक सीन को चुनकर बैन की मांग नहीं कर सकते हैं। यह शो लगभग 20 अलग-अलग मुद्दों को उठाता है। हम कॉर्डेलिया क्रूज़ घटना को दोबारा नहीं दोहरा रहे हैं। हां, कहानी एक्साइचेड अधिकारियों से प्रेरित है—लेकिन यह दावा करना बिलकुल गलत है कि यह कॉर्डेलिया की कहानी है।
कॉर्डेलिया केस 2021 के सबसे बड़े केस में से एक रहा है, जब आर्यन खान को गोवा जाने वाले एक क्रूज़ जहाज पर छापेमारी के बाद समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली एनसीबी टीम ने गिरफ़्तार किया था। एजेंसी से क्लीन चिट मिलने से पहले आर्यन ने तीन हफ़्ते से ज़्यादा जेल में बिताए थे। अधिकारी की शिकायत पर निशाना साधते हुए, कौल ने अदालत को बताया कि वानखेड़े नेटफ्लिक्स शो की स्ट्रीमिंग शुरू होने के बाद भी, इस मामले पर मीडिया से बात करने को तैयार रहे हैं।