Smriti Irani: पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर अपने पुराने किरदार तुलसी विरानी को नये रंग में जीने जा रहीं हैं। जी हां...देश के सबसे बड़े टीवी और ओटीटी प्लेटफार्म जिओ-हॉटस्टार पर दशकों के बाद फिर से शुरु होने जा रहा है ब्लॉक बस्टर शो 'क्योंकि सास भी कभी बहु थी'। इस सीरियल ने स्मृति ईरानी को शोहरत और पहचान दी थी। जिसके बाद स्मृति ईरानी उन ऊंचाईयों तक जा पहुंची जहां तक पहुंचना शायद हर किसी के लिए संभव नहीं होता है। बहु तुलसी की शोहरत के साथ वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान बीजेपी में शामिल हुईं थी।
एक कार्यकर्ता के तौर पर शामिल हो कर मोदी सरकार में 10 साल तक कैबिनेट मंत्री रही स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को उनके गढ़ अमेठी में भी पटखनी दे चुकीं हैं। स्मृति ईरानी एक बार फिर टीवी जगत में वापसी कर रहीं हैं।
तुलसी के किरदार में लौट रही स्मृति ईरानी
वैसे स्मृति ईरानी का क्रिएटीव नरेटिव और फिर पॉलिटिकल नरेटिव में एक भूमिका अदा करना, एक अनूठा ही सामंजस्य रहा है। दोनों ही अलग तरह के रोल रहे लेकिन दोनों भूमिकाओ में सफलता की ऊंचाईयों तक पहुंचने में सफल रहने के उदाहरण इक्का दुक्का ही मिलेंगे। देश के सबसे बड़े टीवी और ओटीटी प्लेटफार्म जिओ-हॉटस्टार पर एक नये रंग और कलेवर में फिर से आने वाला है, एक ऐसा सिरियल जिसे एक दशक तक देश की जनता परिवार के साथ बैठ कर देखने का लुत्फ उठाती थी। स्मृति ईरानी का वो यादगार रोल देश की जनता भूली नहीं है। उसी रोल को वापस रोल मॉडल बनाने की तैयारी में लग गयीं हैं बहु तुलसी विरानी।
आज जारी होगा सीरियल का प्रोमो
क्योंकि सास भी कभी बहु थी — पार्ट 2 में स्मृति ईरानी के बहु तुलसी वाले रोल का नया लुक लॉंच हो गया है। सोमवार की शाम को सीरियल का प्रोमो भी जारी किया जाएगा। स्मति ईरानी ने अब तक इस बारे में कोई बात तो नहीं की हैं । लेकिन इतना तो साफ है राजनीति में एक पॉलिटिकल हेवीवेट होने के बावजुद एक बार फिर उसी सिरियल के अपने केन्द्रीय किरदार को नए अंदाज में प्रस्तुत करना ये दर्शाता है कि इस बार थीम मे सामाजिक सरोकार तो होगा ही। रोजमर्रा की जिंदगी से जुझते समाज और मध्य वर्ग की उलझनों को लेकर बहु तुलसी ईरानी इसे आज के दौर के लिए प्रासंगिक बनाने मे कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
ये कहा जा सकता है कि बहु तुलसी का ये नया अवतार सामाजिक रुप प्रासंगिक होगा। उनकी लोकप्रियता भी बढेगी और साथ ही स्टार प्रचारक और संवेदनशील प्रवक्ता के रुप मे बीजेपी मे अपनी भूमिका बखूबी निभाती रहेंगी। टीवी हो या फिर राजनीति—स्मृति ईरानी की दोनो परियां यादगार रहीं हैं और दोनो में अभी वो नॉट आउट हैं।