बॉलीवुड की फिटनेस क्वीन शिल्पा शेट्टी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर भ्रामरी प्राणायाम का वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि यह योगाभ्यास उनके लिए तनाव कम करने और मानसिक शांति पाने का सबसे असरदार तरीका है। शिल्पा के मुताबिक इस प्राणायाम को करने से न केवल मन शांत होता है, बल्कि शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है और नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
क्या है भ्रामरी प्राणायाम?
भ्रामरी प्राणायाम, जिसे आम भाषा में 'मधुमक्खी की सांस' कहा जाता है, एक सरल लेकिन प्रभावी योग तकनीक है जिसमें सांस छोड़ते समय भौंरे जैसी गूंज निकालनी होती है। इस अभ्यास से वागस नर्व स्टीम्युलेट होता है, जो तनाव के कारण शरीर में डाली गई उच्च सक्रियता को कम करता है और शरीर को 'रेस्ट एंड डाइजेस्ट' मोड में ले आता है। इससे ना केवल रक्तचाप कम होता है, बल्कि दिमाग में ऑक्सीजन की अच्छी आपूर्ति होती है, जो मूड को बेहतर बनाता है।
भ्रामरी प्राणायाम करने का तरीका
शिल्पा ने बताया कि भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर सीधे बैठ जाएं, आंखें बंद करें, अंगूठों से कान बंद कर लें, बाकी उंगलियां माथे और आंखों पर रखें। इसके बाद गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ते समय मधुमक्खी जैसी गूंज निकालें। इसे रोजाना 5 से 7 बार करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि भ्रामरी प्राणायाम न केवल तनाव और एंग्जायटी को कम करता है, बल्कि यह नींद सुधारने, रक्त परिसंचरण बढ़ाने, और मन की एकाग्रता बढ़ाने में भी सहायक है। शिल्पा के नियमित अभ्यास से उनके प्रशंसक प्रेरित हुए हैं, जो अपनी दिनचर्या में इसे शामिल कर स्वस्थ जीवन पाने की कोशिश कर रहे हैं।
योग विशेषज्ञों की मानें तो यह प्राणायाम वयस्कों के साथ बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी फायदेमंद है। यह शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करता है और जीवन में संतुलन बनाए रखता है। शिल्पा शेट्टी के अनुभवों ने इस तकनीक को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस सरल और प्रभावी अभ्यास को नियमित करने से जीवन में तनाव कम होगा, मस्तिष्क को शांति मिलेगी और शरीर स्वस्थ रहेगा। शिल्पा शेट्टी ने इसे 'मन और शरीर के लिए रामबाण' बताया है, जो आज के तनावपूर्ण दौर में सभी के लिए जरूरी है।