बॉलीवुड की सबसे प्रतिष्ठित फिल्म ‘शोले’ ने अपनी 50वीं वर्षगांठ पर एक बार फिर बड़े पर्दे पर वापसी की है। निर्देशक रमेश सिप्पी ने इसे ‘शोले: द फाइनल कट’ नाम से 70MM और 4K रिस्टोर वर्जन में रिलीज किया है। इस संस्करण में वे सीन भी शामिल किए गए हैं जो पहले हटाए गए थे, साथ ही वह ड्रीम एंडिंग भी दिखाई गई है जिसमें ठाकुर, गब्बर को मार देता है।
फिल्म का री-रिलीज 12 दिसंबर को हुआ और यह चौथे दिन तक लगभग 1.5 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कर चुकी है। पहले दिन फिल्म ने करीब 30 लाख रुपये, दूसरे दिन 50 लाख, और तीसरे दिन 60 लाख रुपये कमाए। हालांकि चौथे दिन यानी सोमवार को कलेक्शन में गिरावट दर्ज की गई और यह लगभग 15 लाख रुपये तक सिमट गया।
यह गिरावट स्वाभाविक भी है क्योंकि इस समय बॉक्स ऑफिस पर रणवीर सिंह की ‘धुरंधर’ का दबदबा कायम है, जिसने 12 दिनों में ही 600 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। इसके बावजूद ‘शोले: द फाइनल कट’ ने अपनी पहचान बनाए रखी है और दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में सफल रही है।
फिल्म की री-रिलीज़ का एक और भावनात्मक पहलू है। यह धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि भी है, जिनका हाल ही में निधन हुआ। दर्शकों के लिए यह अनुभव बेहद खास है क्योंकि वे एक बार फिर अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, अमजद खान, हेमा मालिनी और संजीव कुमार जैसे दिग्गजों को बड़े पर्दे पर देख पा रहे हैं।
यह साफ है कि फैमिली ऑडियंस और फर्स्ट-टाइम व्यूअर्स ने इसे सपोर्ट किया है। अगर इस फिल्म की स्क्रीन्स बढ़तीं तो 2-3 करोड़ आसानी से पार कर सकती है।
‘शोले’ भारतीय सिनेमा की कल्ट क्लासिक है और इसकी कहानी, किरदार और संवाद आज भी उतने ही जीवंत हैं। हालांकि बॉक्स ऑफिस पर ‘धुरंधर’ जैसी नई फिल्मों का दबाव है, लेकिन ‘शोले: द फाइनल कट’ का प्रदर्शन यह दिखाता है कि दर्शक आज भी क्लासिक सिनेमा को उतना ही प्यार देते हैं।