सर्दियों में दिल्ली की हवा बनी खतरनाक, बचाव के लिए अपनाएं ये हेल्दी डाइट
Delhi air pollution causes and solutions: दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के शुरू होते ही वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बन गया है। दिवाली के बाद हवा में धूल, पटाखों का धुआं और हानिकारक गैसें बढ़ गई हैं। बच्चों, बुजुर्गों और सांस या हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए यह समय खासतौर पर खतरनाक है, सावधानी बेहद जरूरी है
Delhi air pollution causes and solutions: बाहर निकलते समय एन-95 मास्क का इस्तेमाल करें
दिल्ली-एनसीआर में जैसे ही सर्दियों का मौसम दस्तक देता है, वायु प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक रूप लेने लगता है। दिवाली के धुएं और सड़क धूल के कारण हवा में सूक्ष्म कण, नाइट्रोजन और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें तेजी से बढ़ जाती हैं। ये तत्व खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस या हृदय से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों के लिए जोखिम बढ़ा देते हैं। बाहर की हवा में सांस लेना मुश्किल हो जाता है, और लगातार प्रदूषित वातावरण में रहने से खांसी, गले में जलन, आंखों में जलन और थकावट जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार जा चुका है, जो “बहुत गंभीर” स्तर को दर्शाता है।
विशेषज्ञ की चेतावनी
विशेषज्ञों के अनुसार, दिवाली के आसपास और सर्दियों की शुरुआत में प्रदूषण का स्तर हर साल तेजी से बढ़ जाता है। ये सीधे तौर पर लोगों की सेहत पर असर डालता है, खासकर फेफड़े और दिल पर।
स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण का असर
सांस की बीमारियां: हवा में मौजूद सूक्ष्म कण फेफड़ों तक पहुंचकर अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
दिल की बीमारियां: जहरीली गैसों और कणों से रक्त वाहिनियों में सूजन और थक्के बन सकते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
आंखों की समस्याएं: नाइट्रोजन और सल्फर जैसी गैसें आंखों में जलन, खुजली और लालिमा पैदा करती हैं। लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
एन-95 मास्क पहनें: बाहर निकलते समय एन-95 मास्क का इस्तेमाल करें, जो हानिकारक कणों को शरीर में जाने से रोकता है।
बाहर व्यायाम से बचें: खासकर सुबह और शाम के समय शारीरिक गतिविधियां करने से बचें, क्योंकि इस समय प्रदूषण सबसे अधिक होता है।
घर के अंदर हवा साफ रखें: एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और घर को नियमित रूप से साफ रखें ताकि धूल और एलर्जी कम हो।
हेल्दी डाइट अपनाएं
विटामिन C से भरपूर फल: संतरा, कीवी, आंवला, नींबू और टमाटर जैसी चीजें अपने आहार में शामिल करें। ये शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं और प्रदूषण के असर से लड़ने में मदद करती हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स: पालक, बेरी और मेवे जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं, जो शरीर को हानिकारक तत्वों से बचाते हैं।
हल्दी और अदरक: हल्दी वाला दूध और अदरक वाली चाय पिएं। इनमें सूजन कम करने वाले गुण होते हैं, जो श्वसन संबंधी परेशानियों को घटाने में मदद करते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अखरोट, अलसी और अन्य ओमेगा-3 से भरपूर चीजें खाएं, ये हृदय और फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
सब्जियां और फल: हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, बथुआ, गाजर, चुकंदर और मौसमी फल जैसे सेब, अंगूर, अनार और पपीता खाएं।
अन्य पोषक तत्व: लहसुन और मशरूम को भी आहार में शामिल करें।
इनसे बचें:
फास्ट फूड और जंक फूड: इनका सेवन न करें। कोल्ड ड्रिंक और शराब: इन्हें अपने आहार से दूर रखें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।