भारत में दिल की बीमारी यानी हार्ट डिजीज आज भी लोगों के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है। ये सिर्फ मौत का कारण नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी और कामकाज पर भी गहरा असर डालती है। 2023 में प्रकाशित The Lancet के अध्ययन के अनुसार, हृदय रोग देश में मृत्यु और लंबी बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। विशेष रूप से भारतीय लोगों में ये समस्या जल्दी शुरू होती है, मृत्यु दर ज्यादा है और शुरुआती उम्र में ही गंभीर असर दिखता है। 2017 के आंकड़ों के मुताबिक, कुल मौतों में 26.6% और जीवन दर को कम करने में 13.6% हिस्सा हृदय रोगों का था।
हालांकि, हमारी लाइफस्टाइल जैसे अनियमित खान-पान, ज्यादा तला-भुना और फास्ट फूड, कम शारीरिक गतिविधि, नींद की कमी और तनाव इस बीमारी को बढ़ावा देता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सही खान-पान, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और पर्याप्त नींद अपनाकर हृदय रोग का जोखिम काफी हद तक कम किया जा सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबीक दिल की धमनियां अचानक बदलाव से मजबूत नहीं होतीं। इन्हें रोजमर्रा की सही आदतों से ही मजबूत और लचीला बनाया जा सकता है। डॉ. भोजराज ने अपने इंस्टाग्राम पर चार आसान और असरदार आदतें बताई हैं, जिन्हें अपनाकर बिना दवाओं के दिल मजबूत बनाया जा सकता है।
वजन उठाना या रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहते हैं, जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद है।
अखरोट, चिया सीड्स और मछली जैसे खाने दिल के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ये सूजन कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं में जमी चर्बी हटाने में मदद करते हैं।
हर दिन एक ही समय पर सोना और जागना दिल को सुरक्षित रखने में मदद करता है। ये तनाव हॉर्मोन को कम करता है और धमनियों की परत को मजबूत रखता है।
धीरे-धीरे सांस लेना, ध्यान करना या रोज हल्की वॉक करना नर्वस सिस्टम को शांत करता है। इससे रक्त वाहिकाओं और दिल पर दबाव कम होता है।
अगर ये लक्षण कुछ मिनट से ज्यादा रहें या बार-बार आएं, तुरंत इमरजेंसी हेल्प लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।