लक्जरी कार टैक्स चोरी पर बड़ी कार्रवाई के तहत, राजस्व खुफिया निदेशालय और कस्टम्स के अधिकारियों ने 'नमखोर' नाम का एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है, जिसमें केरल एक महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम, कोट्टायम, कोझिकोड, और मलप्पुरम जिलों में 30 जगहों पर हाई-प्रोफाइल जांच चल रही है।
NDTV के मुताबिक, जिन जगहों पर छापेमारी हुई, उनमें एक्टर पृथ्वीराज और दुलकर सलमान के घर भी शामिल हैं, जो बताता है कि ये ऑपरेशन कितने बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है।
केरल में हाई-प्रोफाइल लोग भी जांच के दायरे में हैं। हालांकि, अधिकारियों को अभिनेता के घरों पर संदिग्ध लक्जरी गाड़ियों का पता नहीं चल सका।
मोटर वाहन विभाग के साथ मिलकर कस्टम्स अधिकारी राज्य भर के प्रमुख कार शोरूम में भी बड़ी जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों के अनुसार, वे इन गाड़ियों को जब्त करेंगे और जिनसे वाहन जब्त किए जाएंगे, उन्हें गाड़ी के कागजात पेश करने के लिए नोटिस दिया जाएगा। जांच से पता चला है कि आठ तरह की लक्जरी गाड़ियां भूटान के जरिए भारत में इंपोर्ट की गई थीं और इन पर टैक्स चोरी की गई थी।
इस योजना में पहले गाड़ियों को हिमाचल प्रदेश में रजिस्टर किया जाता है, फिर उन्हें भारत के अलग-अलग हिस्सों में ले जाया जाता है और रजिस्ट्रेशन नंबर को अक्सर उनकी असली जगह छिपाने के लिए बदल दिया जाता है।
अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के घरों की जांच ने ध्यान आकर्षित किया है, लेकिन यह अभियान व्यवस्थित है और टैक्स चोरी के शक वाले शोरूम और इंपोर्टर दोनों ही इसके टारगेट पर हैं।
लक्जरी गाड़ियां, अपनी हाई मार्केट वैल्यू के कारण, इस तरह की अवैध गतिविधियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं, जिससे इनकी कड़ी जांच जरूरी हो जाती है।
अधिकारियों ने संकेत दिया कि 'नमखोर' अभियान कई चरणों में जारी रहेगा, जिसमें दस्तावेज, रजिस्ट्रेशन और इन गाड़ियों के रूट की जांच की जाएगी।
सेलिब्रिटी के घरों पर छापेमारी ने मीडिया का ध्यान खींचा है, लेकिन अधिकारियों ने साफ किया कि यह अभियान पूरी तरह से प्रक्रिया के मुताबिक है और राजस्व की सुरक्षा और नियम कानून लागू करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कोशिश का हिस्सा है।