फ्यूल सप्लाई में गड़बड़ी से लेकर हैकिंग तक... एयर इंडिया विमान क्रैश की हर एंगल से हो रही जांच, साजिश से भी इनकार नहीं
Air India Crash: खुफिया सूत्रों ने बताया कि जांच की असली प्रक्रिया तभी शुरू होगी, जब विमान के ब्लैक बॉक्स का डेटा डिकोड कर लिया जाएगा। इसके बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि तकनीकी खामी थी या फिर कोई साजिश। CNN-News18 की रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों की तरफ से साजिश की संभावनाओं की जांच के दौरान विचार किए जा रहे अलग-अलग एंगल पर रोशनी डाली गई है
Air India Crash: एयर इंडिया विमान क्रैश की हर एंगल से हो रही जांच, साजिश से भी इनकार नहीं
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के भीषण हादसे की जांच में अब सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित साजिश की संभावना को खारिज नहीं कर रहीं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान में दो इंजनों का एक साथ फेल होना बेहद असामान्य घटना है, जिस कारण जांच को और गंभीरता से लिया जा रहा है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि जांच की असली प्रक्रिया तभी शुरू होगी, जब विमान के ब्लैक बॉक्स का डेटा डिकोड कर लिया जाएगा। इसके बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि तकनीकी खामी थी या फिर कोई साजिश।
CNN-News18 की रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों की तरफ से साजिश की संभावनाओं की जांच के दौरान विचार किए जा रहे अलग-अलग एंगल पर रोशनी डाली गई है। आइए नजर डालते हैं
एयर इंडिय क्रैश की जांच के प्रमुख एंगल:
फ्यूल सप्लाई में गड़बड़ी
सुरक्षा एजेंसियां यह जांच रही हैं कि क्या विमान के ईंधन सप्लाई सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की गई। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फ्यूल स्टोरेज, सप्लायर और ग्राउंड स्टाफ की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है।
मेंटेनेंस और अंदरूनी साजिश
विमान की मेंटेनेंस से जुड़े रिकॉर्ड, इंजीनियरों के बैकग्राउंड और उपकरणों की ट्रैकिंग की जांच की जा रही है। एजेंसियों को शक है कि कहीं अंदर से किसी ने जानबूझकर कोई खामी तो नहीं छोड़ी।
साइबर हमला या सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़
ड्रीमलाइनर 787-8 जैसे आधुनिक विमान में संभावित साइबर हमले की संभावना को भी टाला नहीं जा रहा है। जांचकर्ता इंजन कंट्रोल सिस्टम और फ्लाइट सॉफ्टवेयर की साइबर फॉरेंसिक जांच कर रहे हैं।
एयरपोर्ट सुरक्षा में सेंध या अंदरूनी मिलीभगत
एयरपोर्ट के CCTV फुटेज, बायोमेट्रिक लॉग्स और स्टाफ की गतिविधियों की जांच की जा रही है, ताकि पता चल सके कि किसी अनजान व्यक्ति ने विमान तक पहुंच बनाई या नहीं।
टारगेटेड पैसेंजर या कार्गो की भूमिका
एजेंसियों का मानना है कि यह हमला किसी खास यात्री या कार्गो को निशाना बनाकर भी किया गया हो सकता है। सभी यात्रियों और माल की जानकारी की जांच चल रही है।
विदेशी तत्वों या प्रॉक्सी एजेंट की भूमिका
क्योंकि विमान भारत और ब्रिटेन के यात्रियों को लेकर जा रहा था, एजेंसियां इसमें किसी विदेशी दुश्मन ताकत या आतंकी संगठन की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) या रनवे से छेड़छाड़
GPS जैमिंग, फर्जी सिग्नल या ATC से गलत निर्देश दिए जाने जैसी संभावनाएं भी खारिज नहीं की जा रही हैं।
हादसे में 274 की मौत, केवल एक जिंदा बचा
12 जून को लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171, अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघाणीनगर स्थित BJ मेडिकल कॉलेज के रिहायशी इलाके में गिर गई। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री जिंदा बचा, जबकि जमीन पर मौजूद 9 लोग भी हादसे में मारे गए। हादसे के बाद विमान में भीषण आग लग गई, जिससे राहत-बचाव कार्य में भी मुश्किलें आईं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की पुष्टि
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने पुष्टि की कि इस हादसे में साजिश की संभावना को प्रमुखता से जांचा जा रहा है। एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।