रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि उसे फिलहाल रोका गया है। नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी को दिए एक खास इंटरव्यू में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि, पाकिस्तान ने खुद सीजफायर की अपील की थी। उन्होंने कहा, "मैं साफ करना चाहता हूं कि पाकिस्तान के डीजीएमओ की ओर से बार-बार फोन आ रहे थे, जिनमें सीजफायर की मांग की जा रही थी। हमने जो मकसद तय किया था, उसे पूरा करने के बाद ही ऑपरेशन को रोका गया।" राजनाथ सिंह ने आगे कहा, "अगर जरूरत पड़ी, तो हम ऑपरेशन सिंदूर दोबारा शुरू करेंगे।"
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी भारत में हमले करने की कोशिश करेंगे तो नई दिल्ली उनका सख्त जवाब देगी। उन्होंने कहा,"अगर वे भारत में हमला करके पाकिस्तान भागते हैं, तो हमें उन्हें मारने के लिए पाकिस्तान में घुसना पड़ेगा और हमने यह कर दिखाया है।" राजनाथ सिंह ने न्यूज18 से बातचीत में यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन किसी नागरिक पर हमला नहीं किया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत पर विश्वास रखता है और जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता।
सीजफायर में ट्रंप का था रोल?
वहीं इंटरव्यू में जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर कराने में कोई भूमिका निभाई थी, तो उन्होंने साफ इनकार किया। उन्होंने कहा, "सीजफायर सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था, इसमें कोई तीसरा देश शामिल नहीं था।" वहीं, जब उनसे पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाए जाने पर सवाल किया गया, तो राजनाथ सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा, "उन्होंने तो खुद ही अपना प्रमोशन कर लिया।" रक्षा मंत्री ने आगे कहा, "पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता।"
पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण पर कही ये बात
गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत 7 मई को पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमलों के साथ हुई थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई थी। 10 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में जवाबी कार्रवाई करते हुए रफीकी, मुरीद, नूर खान, रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियां, पसरूर और सियालकोट जैसे पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया। इस बीच, पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संभावित परमाणु परीक्षण पर हो रही चर्चाओं को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "भविष्य ही बताएगा कि भारत क्या करेगा। अमेरिका या पाकिस्तान की गतिविधियों से भारत पर कोई दबाव नहीं पड़ेगा। वे जो करना चाहें करें, लेकिन भारत वही करेगा जो उसे सही लगे और वह भी सही समय पर।"