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साजिश या हादसा? एयर इंडिया विमान क्रैश की इस एंगल से भी हो रही जांच, केंद्रीय मंत्री ने दी अहम जानकारी

Air India Plane Crash: यह हादसा 12 जून को तब हुआ जब एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI 171, जो कि एक बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 थी, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में 242 लोग सवार थे। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही विमान ने तेजी से ऊंचाई खो दी और मेघानीनगर इलाके में मेडिकल हॉस्टल पर जा गिरा

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 29, 2025 पर 5:58 PM
साजिश या हादसा? एयर इंडिया विमान क्रैश की इस एंगल से भी हो रही जांच, केंद्रीय मंत्री ने दी अहम जानकारी
Air India Plane Crash: साजिश या हादसा? एयर इंडिया विमान क्रैश की इस एंगल से भी हो रही जांच

पिछले महीने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में अब साजिश की आशंका को भी शामिल किया गया है। इस हादसे में 274 लोगों की जान चली गई थी। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने रविवार को जानकारी दी कि इस दुखद दुर्घटना की जांच हर संभव दिशा से की जा रही है, जिसमें संभावित साजिश (Sabotage) यानी जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की आशंका को भी गंभीरता से जांचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की तरफ से की जा रही है और इसमें कई एजेंसियां शामिल हैं। जांच के तहत CCTV फुटेज की भी बारीकी से समीक्षा की जा रही है।

यह हादसा 12 जून को तब हुआ जब एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI 171, जो कि एक बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 थी, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में 242 लोग सवार थे। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही विमान ने तेजी से ऊंचाई खो दी और मेघानीनगर इलाके में स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के आवासीय क्वार्टर पर गिरकर आग की लपटों में घिर गया। इस हादसे में विमान में सवार 273 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद 9 अन्य लोग भी इसकी चपेट में आकर जान गंवा बैठे। इस भयावह हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति ही जिंदा बच पाया।

हवाई यातायात नियंत्रण से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही पायलट ने 'मेडे' (MAYDAY) यानी आपातकालीन कॉल दिया था। मंत्री मोहोळ ने इस घटना को एक “अत्यंत दुर्लभ मामला” बताया है, क्योंकि प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक दोनों इंजन एक साथ फेल हो गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया कि दोनों इंजन एक साथ काम करना बंद कर दें।

इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए विमान के ब्लैक बॉक्स की जांच की जा रही है, जिसमें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) शामिल हैं। मंत्री के अनुसार, इन रिकॉर्डर्स के विश्लेषण से यह स्पष्ट हो पाएगा कि विमान में तकनीकी खराबी थी, ईंधन आपूर्ति में कोई समस्या थी या कुछ और वजह रही।

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