Bareilly Violence: दशहरा उत्सव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में बरेली मंडल के चार जिलों में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। बवाल के बाद बरेली जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं पर लगी पाबंदी अगले 48 घंटे के लिए और बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है।
पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र की एक मस्जिद के बाहर 2,000 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज में कुछ पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे। यह हिंसा 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द किए जाने के बाद शुरू हुई।
मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने बताया कि बरेली में हाल में हुई हिंसा के बाद गुरुवार दशहरे के त्योहार के मद्देनजर बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों के लिए 'हाई अलर्ट' जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि गृह विभाग के गोपनीय अनुभाग-3 द्वारा जारी अधिसूचना के तहत जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाएं अगले 48 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि यह आदेश 2 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे से चार अक्टूबर को दोपहर तीन बजे तक प्रभावी रहेगा। गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने आदेश में कहा कि हालात को देखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सऐप और मैसेजिंग सिस्टम के दुरुपयोग से अफवाहें फैलने और सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका है। ऐसे में जिले में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी है।
मंडलायुक्त चौधरी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों रामलीला, दुर्गा पूजा मेलों और रावण दहन कार्यक्रमों के दौरान सतर्क रहने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विजयादशमी और उससे जुड़े त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहा है।
चौधरी ने अधिकारियों को शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए और कर्तव्य में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "सभी जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करें। किसी भी तरह की चूक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "संवेदनशील स्थानों पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये जा रहे हैं। हम पूरी तरह से पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि बरेली में हुई घटना जैसी कोई वारदात पड़ोसी जिलों में न हो। निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं।" बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।