बेंगलुरु ग्रामीण जिले के मदनायकनहल्ली इलाके में एक भयावह अपराध सामने आया है, जहां एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और डकैती की गई। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों- कार्तिक, ग्लेन और सुयोगा को गिरफ्तार किया है, जबकि दो और आरोपी अभी फरार हैं। घटना मंगलवार रात लगभग 9 बजे गंगोंदनहल्ली इलाके के दो किराए के मकानों में हुई, जहां पश्चिम बंगाल से आए एक परिवार और उनके परिचित रह रहे थे। पांच आरोपी खुद को पीन्या पुलिस के "सूचना देने वाले" बताकर घर में घुस गए। उन्होंने परिवार से पूछा कि क्या वे नशा या देह व्यापार जैसे गैरकानूनी कामों में शामिल हैं।
आरोपी धारदार हथियारों से लैस थे। उन्होंने घर के पुरुष सदस्यों और बच्चों की पिटाई की और महिला को पास के घर में घसीट ले जाकर तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। इस दौरान महिला के 14 साल के बेटे ने 112 हेल्पलाइन पर कॉल कर दी। पुलिस मौके पर पहुंचते ही आरोपी कैश (लगभग ₹25,000) और दो मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए।
बेंगलुरु रूरल SP सी.के. बाबा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी पीड़ितों के जानने वाले थे और वे पास ही रहते थे। पुलिस ने नेलमंगला DSP के नेतृत्व में तीन विशेष टीमें बनाई हैं, जो बाकि आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। घायलों और पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की कई धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है- धारा 70(1) (गैंग रेप), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना), 118(1) (घातक हथियार से चोट पहुंचाना), 311 (डकैती के दौरान गंभीर चोट पहुंचाना), और 324(3) (हानि या तोड़फोड़)।
यह घटना राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर गहरी चिंता पैदा कर रही है, खासकर ऐसे समय में जब पिछले महीनों में बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।