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US Tariff: सीईए वीए नागेश्वरन का अमेरिकी टैरिफ पर बड़ा बयान, कहा-पेनाल्टी के रूप में लगा 25% टैरिफ 30 नवंबर के बाद हट सकता है

V. Anantha Nageswaran: चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वीए नागेश्वरन ने 18 सितंबर को एक कार्यक्रम में कहा कि हमें अमेरिका के पहले 25 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ और बाद में पेनाल्टी के रूप में 25 फीसदी टैरिफ लगाने की उम्मीद नहीं थी

अपडेटेड Sep 18, 2025 पर 6:02 PM
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ग्लोबल ट्रेड रिसर्च एनिशिएटिव (GTRI) के मुताबिक, अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ के दायरे में इंडिया का करीब 30.2 फीसदी एक्सपोर्ट नहीं आएगा, जिसकी वैल्यू करीब 27.6 अरब डॉलर है।

चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने 25 फीसदी अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ के 30 नवंबर के बाद हटने की उम्मीद जताई है। उन्होंने अमेरिका के साथ ट्रेड डील को लेकर चल रही बातचीत के पॉजिटिव नतीजे आने की संभावना व्यक्त की। कोलकाता में 18 सितंबर को उद्योग चैंबर सीसीआई के एक कार्यक्रम में कहा कि हमें अमेरिका के पहले 25 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ और बाद में पेनाल्टी के रूप में 25 फीसदी टैरिफ लगाने की उम्मीद नहीं थी।

25 फीसदी रेसिप्रोकल और 25% पेनल टैरिफ की उम्मीद नहीं थी

V Anantha Nageswaran ने कहा, "हम सभी इस बारे में पहले से जानते हैं। मैं कुछ समय टैरिफ पर चर्चा करना चाहूंगा। हमें उम्मीद नहीं थी कि अमेरिका हमारे पर 25 फीसदी रेसिप्रोकल और फिर 25 फीसदी पेनल टैरिफ लगाएगा। मेरा अभी भी यह मानना है कि जियोपॉलिटिकल स्थितियां 25 फीसदी पेनल टैरिफ की वजह रही होंगी। लेकिन, पिछले कुछ हफ्तों के घटनाक्रम को देखते हुए मेरा ऐसा मानना है कि और ऐसा कहने की कोई खास वजह नहीं है लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि 30 नवंबर के बाद पेनल टैरिफ नहीं रहेगा।"


सालाना 850 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है भारत का एक्सपोर्ट

उन्होंने कहा कि उन्हें यह विश्वास है कि पेनल टैरिफ के मसले का अगले दो महीनों में समाधान निकल जाएगा। अमेरिका और इंडिया के बीच ट्रेड डील को लेकर चल रही बातचीत को देखते हुए उन्होंने रेसिप्रोकल टैरिफ के समाधान की भी उम्मीद जताई। इंडिया के बढ़ते ट्रेड स्ट्रेंथ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का एक्सपोर्ट सालाना 850 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। यह 1 ट्रिलियन डॉलर के लेवल की तरफ बढ़ रहा है। यह जीडीपी का 25 फीसदी होगा। यह मजबूत और खुली अर्थव्यवस्था का संकेत है।

ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर लगाया 25% अतिरिक्त टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत पर 25 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया। बाद में उन्होंने अतिरिक्त 25 फीसदी का टैरिफ लगा दिया। इससे भारत पर अमेरिका का कुल टैरिफ बढ़कर 50 फीसदी हो गया है। दुनिया में अमेरिका ने इतना टैरिफ भारत के अलावा सिर्फ ब्राजील पर लगाया है। ट्रंप ने रूस से इंडिया के तेल खरीदने पर पेनाल्टी के रूप में 25 फीसदी का टैरिफ लगाया है। हालांकि, भारत यह स्पष्ट कर चुका है कि रूस से तेल खरीद कर उसने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।

30 फीसदी एक्सपोर्ट टैरिफ के दायरे से बाहर

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च एनिशिएटिव (GTRI) के मुताबिक, अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ के दायरे में इंडिया का करीब 30.2 फीसदी एक्सपोर्ट नहीं आएगा, जिसकी वैल्यू करीब 27.6 अरब डॉलर है। स्टील, एल्युमीनियम, पैसेंजर्स व्हीकल्स, ऑटो पार्ट्स, सेमी-फिनिश्ड कॉपर प्रोडक्ट्स और कुछ खास कॉपर डेरिवेटिव्स अमेरिकी टैरिफ के दायरे से बाहर हैं।

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