जम्मू-कश्मीर में मौसम के अचानक बदले मिजाज से लोगों की हालत खराब हो गई है। भारी बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर के के रामबन में बाढ़ आ गई है। जिससे नाले का पानी बढ़ गया है। चेनाब पुल के पास स्थित गांव में स्थिति हालत बेहद गंभीर है। इसबीच रामबन में बादल फटने की खबर सामने आई है। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। कई घर जमींदोज हो गए हैं। अब तक 90 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं प्रशासन ने रामबन को नो एंट्री जोन घोषित कर दिया है। प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
कुदरत के इस कहर से लोगों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। पहाड़ का मलबा गांव की तरफ आ गया है। जिसके चपेट में कई लोग और घर आ गए। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामबन जिले के बनिहाल इलाके में कई जगह लैंडस्लाइड घटनाएं हुई हैं। इसकी वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया है। सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। किश्तवाड़-पद्दर मार्ग भी बंद है। यहां वाहनों की आवाजाही पर रोक दी गई है। अधिकारियों ने मौसम साफ होने के बाद ही हाईवे पर सफर करने की अपील की है। अधिकारियों ने आगे बताया कि धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 मकान ढह गए हैं। एक जलाशय के उफान पर होने के कारण कई वाहन बह गए हैं। लैंड स्लाइड की वजह से पहाड़ से मलबा गिर रहा है। कुछ इलाकों में पहाड़ का मलबा सड़कों और रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने जताया दुख
सीएम उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा रामबन में हुए दुखद भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद व्यथित हूँ। जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। इस मुश्किल घड़ी में मेरी संवेदनाएँ प्रभावित परिवारों के साथ हैं। हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। ताकि जहाँ भी ज़रूरत हो, तत्काल बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके।