Delhi Car Blast: दिल्ली के कारोबारी 28 वर्षीय अंकुश शर्मा लालकिले के पास हुए शक्तिशाली विस्फोट में बुरी तरह से घायल हो गए है। इस समय वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। शर्मा एक ज्वेलरी व्यापारी हैं। वह दिल्ली के शाहदरा में अपने भैया-भाभी के साथ रहते हैं। 10 नवंबर की शाम को वह अपने दोस्त के साथ लाल किले के पास स्थित गौरीशंकर मंदिर के दर्शन करने के लिए निकले थे। मंदिर पहुंचने से पहले ही वह लाल किले की रेड लाइट पर रुक गए। यहीं लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से चल रही एक कार में शक्तिशाली विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में 12 लोगों की जान चली गई। जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए।
इस विस्फोट के शिकार हुए अंकुश जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। अंकुश शर्मा की भाभी रितु शर्मा ने लोकल18 से बातचीत में बताया, "सोमवार शाम गौरीशंकर मंदिर के दर्शन करने के लिए अंकुश अपने दोस्त के साथ निकले थे। अंकुश पेशे से एक ज्वेलरी व्यापारी हैं। उनके पिता सुधीर शर्मा प्राइवेट नौकरी करते हैं। जबकि मां मीनाक्षी शर्मा हाउस फाइफ है। उनके पति और अंकुश के बड़े भाई अंकित इस समय गुजरात गए हुए हैं। सोमवार शाम करीब 7 बजे अंकित के नंबर पर कॉल आया कि अंकुश बुरी तरह घायल हो गया है।"
रितु ने आगे कहा, "तब तक उन्होंने अंदाजा नहीं लगाया था कि लाल किले के बम धमाके में अंकुश घायल हुए हैं। उनको लगा शायद कोई सड़क हादसा हुआ है। लेकिन जब उन्होंने टीवी खोलकर देखा कि लाल किले पर बम धमाका हुआ है। तब पूरे परिवार वाले डर गए। सबके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। परिवार के सभी लोग तुरंत भागकर लोकनायक अस्पताल पहुंचे। वहां अंकुश खून से लथपथ पड़े हुए थे।"
उन्होंने आगे बताया, "वे कुछ बोल नहीं पा रहे थे। यह देखकर सभी डर गए। तब से लेकर अब तक जब भी अंकुश को होश आता है, वह सिर्फ दर्द से चिल्ला रहे हैं। कुछ भी बोल नहीं रहे हैं...शरीर में कोई हरकत नहीं है। एक आंख पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। शरीर पूरा जल चुका है। जबड़ा भी टूट चुका है। आंखों की सर्जरी कराई जाएगी।" रीता शर्मा ने बताया कि अंकुश की हालत देखकर उन्हें बहुत डर लग रहा है।
दो मरीज की हालत बेहद गंभीर
राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के पास सोमवार को हुए कार विस्फोट में घायल दो लोग लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल की ICU में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि विस्फोट में कुल 27 लोग घायल हुए हैं। घायलों में से तीन आईसीयू में हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। जबकि तीन घायलों ने अस्पताल से छुट्टी ले ली।
एलएनजेपी के अधिकारी ने बताया कि घायलों के परिजनों को भोजन समेत विभिन्न आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एलएनजेपी अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अपराधियों को न्याय के शिकंजे में लाया जाएगा।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। अस्पताल सूत्रों ने पुष्टि की है कि नौ शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस द्वारा प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और तीन चिकित्सकों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद विस्फोट हुआ।