Dhaula Kuan BMW accident case: दिल्ली में रविवार (14 सितंबर) को हुई भीषण बीएमडब्ल्यू सड़क दुर्घटना में वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी नवजोत सिंह की मौत की आरोपी गगनप्रीत कौर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया है कि वह पीड़ित को 19 किलोमीटर दूर एक अस्पताल ले गई, क्योंकि वह उस वक्त घबराई हुई थी। उसने कहा कि वह केवल उसी अस्पताल को जानती थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुरुग्राम निवासी 38 वर्षीय आरोपी गगनप्रीत कौर ने पूछताछ के दौरान अधिकारियों को बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान उसके बच्चे उसी अस्पताल में भर्ती थे, इसलिए उसके दिमाग में ये बात आई।
आरोपी ने दावा किया कि उसे याद नहीं है कि दुर्घटना कैसे हुई। उसने कहा कि बस इतना याद है कि आसपास जमा हुए लोगों ने उसे कार से बाहर निकाला था। दुर्घटना के समय उनके पति, उनके छह और चार साल के दो छोटे बच्चे और एक घरेलू सहायिका भी BMW में उनके साथ सवार थे। उसके पति भी दुर्घटना में घायल हो गए।
रविवार दोपहर दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास रिंग रोड पर हुई इस दुर्घटना में वित्त मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी एवं हरिनगर निवासी 52 वर्षीय नवजोत सिंह की मौत हो गई। जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। वे गुरुद्वारा बंगला साहिब से घर लौट रहे थे।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 281 (सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से वाहन चलाना), 125B (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य), 105 (गैर इरादतन हत्या) और 238 (अपराध के साक्ष्य को गायब करना, या अपराधी को बचाने के लिए गलत जानकारी देना) के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
पीड़ितों को दूर के अस्पताल ले गए आरोपी
दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास मोटरसाइकिल और लग्जरी कार के बीच हुई टक्कर में मारे गए अधिकारी की पत्नी ने आरोपी कपल से बार-बार उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाई थी। लेकिन उन्होंने यह बात नहीं मानी। मामले में दर्ज FIR में यह बात कही गई है। महिला ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा, "महिला (आरोपी) हमें दुर्घटना स्थल से दूर जीटीबी नगर के एक छोटे से अस्पताल में ले गई।"
इस बीच, पुलिस सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि जिस अस्पताल में पीड़िता को ले जाया गया था, वह आरोपियों से जुड़ा है। सूत्रों ने कहा, "अब तक हमें पता चला है कि अस्पताल आरोपियों से जुड़ा हुआ है। वह दुर्घटनास्थल से लगभग 19 किलोमीटर दूर है। हम सभी तथ्यों की जांच और सत्यापन कर रहे हैं।" चारों घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले वैन चालक मोहम्मद गुलफाम ने भी ऐसा ही दावा किया है।
गुलफाम ने पीटीआई से कहा, "मैं माल ढुलाई करने वाला वाहन चला रहा था, जब कार में बैठे पुरुष और महिला ने मुझसे घायलों को आजादपुर के एक अस्पताल में ले जाने के लिए कहा तो मैंने वाहन रोक दिया और उन्हें वहां पहुंचाया।" पुलिस ने गुलफाम का बयान दर्ज करने के लिए उससे संपर्क किया है।
पुलिस को दिए अपने बयान में, नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने कहा, "मैं उनसे लगातार विनती कर रही थी कि वे हमें नजदीकी अस्पताल ले जाएं क्योंकि मेरे पति बेहोश थे। उन्हें तुरंत इलाज की जरूरत थी। लेकिन इसके बजाय, वह महिला हमें जीटीबी नगर के एक छोटे से अस्पताल ले गई। उस महिला ने मुझे अपना नाम गगन प्रीत कौर बताया।"
FIR में पीड़िता के हवाले से कहा गया, "दुर्घटना के समय मेरे पति ने पगड़ी पहनी हुई थी, लेकिन मैंने हेलमेट पहना हुआ था। दुर्घटना रविवार दोपहर करीब एक बजे हुई।" उन्होंने कहा, "जब हम दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचे, तो एक नीली बीएमडब्ल्यू कार तेज रफ्तार से पीछे से आई और मेरे पति की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। मेरे पति सड़क पर गिर गए और उन्हें गंभीर चोटें आईं तथा उनके सिर, मुंह और पैरों में कई जगह फ्रैक्चर हो गया। दुर्घटना में मेरे सिर और पैरों में भी चोटें आईं तथा कई फ्रैक्चर हो गए। कुछ देर बाद, मैं भी बेहोश हो गई।"
FIR के अनुसार, BMW कार एक महिला चला रही थी। उसके साथ एक पुरुष सहयात्री कार में बैठा हुआ था। उन्होंने घायल कपल को एक वैन जैसी गाड़ी में बिठाया और जीटीबी नगर ले गए। पुलिस ने घटना का समय दोपहर 1:30 बजे और घटनास्थल नारायणा की ओर रिंग रोड पर मेट्रो पिलर संख्या 67 के पास दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी है।