H3N2 Flu Cases Surge In Delhi-NCR: दिल्ली-NCR में पिछले कुछ दिनों में H3N2 फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। 11,000 से अधिक मकानों में किए गए LocalCircles सर्वे के अनुसार, 69% घरों में कम से कम एक सदस्य में बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों से परेशान है। इस वायरस में डरावनी बात यह है कि कई मामले सामान्य मौसमी फ्लू से ज्यादा गंभीर हैं। इसमें बुखार लंबे समय तक बना रहता है। बिना डॉक्टरी पर्ची वाली दवाओं का कम असर होता है। लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है।
दिल्ली की घनी आबादी को देखते हुए यह स्थिति एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय है। हालांकि, दिल्ली सरकार का कहना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने शुक्रवार को कहा कि एच3एन2 फ्लू के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक वायरल संक्रमण है और गंभीर नहीं है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी अस्पताल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सिंह ने कहा, "एच3एन2 के बारे में चिंता की कोई बात नहीं है। यह एक वायरल संक्रमण है और गंभीर नहीं है, लेकिन उचित प्रबंधन के लिए दिल्ली के सभी अस्पताल तैयार हैं।"
H3N2 इन्फ्लुएंजा A वायरस का एक सबवैरिएंट है। इन्फ्लुएंजा वायरस को सरफेस प्रोटीन (haemagglutinin "H" and neuraminidase "N") के आधार पर कैटेगराइज्ड किया जाता है। यह मौसमी फ्लू पैदा करने वाले स्ट्रेन में से एक हैं। यह मनुष्यों में फैलता है। यह समय के साथ अपना रूप बदलता रहता है।
यह हर मौसम में यह अलग-अलग रूप में दस्तक दे सकता है। यह अधिक आबादी वाले एरिया में ज्यादा अटैक करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इससे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को अधिक बचना चाहिए।
H3N2 फ्लू कोरोना वायरस (COVID-19) और सामान्य सर्दी-जुकाम से अलग है। H3N2 एक इन्फ्लूएंजा A वायरस है। COVID-19, SARS-CoV-2 कोरोना वायरस के कारण होता है। जबकि सामान्य सर्दी-ज़ुकाम आमतौर पर राइनोवायरस या एडेनोवायरस (rhinoviruses or adenoviruses) के कारण होता है।
लगातार खांसी आना और गले में खराश होना
मांसपेशियों और शरीर में दर्द होना
थकान और कमजोरी महसूस होना
सिरदर्द, कुछ मामलों में सांस लेने में तकलीफ भी होती है
अगर ये लक्षण कुछ दिनों से ज्यादा समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
H3N2 फ्लू से सुरक्षित रहने के लिए हमेशा अपने हेल्थ पर ध्यान दें।
अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
भीड़भाड़ वाले एरिया में मास्क पहनें।
छींकते/खांसते समय मुंह और नाक ढकें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और संतुलित आहार लें।
संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहें।
डॉक्टरों की सलाह पर मौसमी फ्लू के टीके लगवाएं।