Delhi Bomb Threats: दिल्ली की साकेत, द्वारका और पटियाला हाउस अदालतों के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा संचालित दो स्कूलों में मंगलवार (18 नवंबर) सुबह बम रखा होने की सूचना दी गई जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में बड़े पैमाने पर सुरक्षा जांच की गई। अधिकारियों ने बताया कि यह धमकी भरा ई-मेल आतंकी संगठबन जैश-ए-मोहम्मद के नाम से आया था।
पुलिस ने बताया कि सुबह-सुबह अदालत परिसर में विस्फोटक रखे होने की सूचना देने वाला एक ईमेल मिला। उसके बाद सुरक्षा टीमों को इन जिला अदालतों के परिसरों का निरीक्षण करने के लिए भेजा गया। हालांकि, सुरक्षा जांच के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब-करीब इसी वक्त अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) को कॉल कर बताया कि प्रशांत विहार और द्वारका स्थित सीआरपीएफ स्कूलों में बम रखे गए हैं। इस कारण सभी स्थानों पर स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ते और दिल्ली फायर सर्विस की टीमों को तत्काल भेजा गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "फोन कॉल आने के बाद टीमें दोनों स्थानों पर पहुंच गई। एहतियात के तौर पर स्कूल भवनों को खाली करा लिया गया।" उन्होंने कहा कि यह सूचना देने के बाद कॉल करने वाले का फोन बंद हो गया। उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं। ईमेल मिलने के बाद तीनों अदालत परिसरों में इसी तरह की जांच की गई।
फायर सर्विस के एक अधिकारी ने कहा, "हमने दोनों स्कूलों की गहन जांच की और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। धमकी को फर्जी घोषित कर दिया गया है।" पुलिस सूत्रों ने बताया कि अदालतों में भी इसी तरह की जांच की जा रही है। लेकिन अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव धीर सिंह कसाना ने कहा कि अदालती कार्यवाही लगभग दो घंटे के लिए स्थगित कर दी गई थी। लंच के बाद फिर से शुरू होगी। पटियाला हाउस अदालतों में नई दिल्ली बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नवनीत पंवार ने कहा कि ईमेल के माध्यम से बम रखने होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जांच अभियान चलाया गया।
पंवार ने कहा, "अदालती कार्यवाही जारी है। (कार्यवाही) बस, थोड़ी देर के लिए रोकी गई थी।" इस बीच, पटियाला हाउस अदालत में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, क्योंकि लाल किला बम विस्फोट मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी जसीर बिलाल वानी को यहां पेश किया जाना है।
ये फर्जी सूचनाएं हाल में लाल किला विस्फोट के बाद आई हैं। विस्फोटक पदार्थ से लदी एक कार में ऐतिहासिक स्मारक के निकट 10 नवंबर को विस्फोट हो गया, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। साथ ही कई अन्य घायल हो गए। जांचकर्ताओं ने पाया है कि इस घटना का संबंध विस्फोट से पहले हरियाणा के फरीदाबाद में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से है।