Delhi AQI Today: कई दिनों तक जहरीली हवा में सांस लेने के बाद, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासियों ने आज यानी गुरुवार की सुबह हल्की राहत महसूस की। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के बीच, सुबह-सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट दर्ज की गई, जिससे माहौल में कुछ उम्मीद जगी। आज दिल्ली का ओवरऑल AQI 267 रहा, जो पिछली रीडिंग से बेहतर है। सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का AQI लगातार तीसरे दिन नीचे आया है।
यह गिरावट दिखाती है कि हवा में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन AQI अब भी 'खराब' श्रेणी में है। प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य पर, विशेष रूप से संवेदनशील समूहों के लिए, बुरा असर डाल सकता है।
PM 2.5 और PM 10 का खतरनाक स्तर
प्रदूषण के स्तर को गंभीर बनाने वाली मुख्य वजह PM 2.5 और PM 10 जैसे अति सूक्ष्म कण हैं, जिनका स्तर अब भी चिंताजनक है। ये दोनों कण 'बहुत हानिकारक' श्रेणी में आते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदूषण का यह स्तर फेफड़ों और हृदय रोगों वाले लोगों के लिए खतरनाक है, क्योंकि ये सूक्ष्म कण श्वसन तंत्र में गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं।
घनी धुंध और कम विजिबिलिटी की समस्या बरकरार
AQI में गिरावट के बावजूद, दिल्ली के कई प्रमुख क्षेत्रों में हल्की से घनी स्मॉग की परत अब भी मौजूद रही। इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, ITO और आनंद विहार जैसे प्रमुख इलाकों में सुबह के समय घना स्मॉग देखा गया। सड़कों पर कम विजिबिलिटी की वजह से स्कूल बसों, ऑफिस जाने वाले लोगों और अन्य वाहनों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर वाहनों की गति धीमी रही।
11 दिसंबर की सुबह दिल्ली का तापमान लगभग 16 डिग्री सेल्सियस रहा और आसमान में बादल छाए रहे। हवा में नमी ज्यादा होने और तापमान कम रहने के कारण स्मॉग की परत ज़मीन के करीब बनी रही। इस वजह से प्रदूषक आसानी से घुल नहीं पाए, जिससे राहत पूरी तरह से मिल नहीं पाई है।
लोगों के लिए सावधानी की सलाह
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जब तक हवा पूरी तरह सुरक्षित स्तर पर नहीं आ जाती, तब तक लोगों को अधिकतम सावधानी बरतनी चाहिए:
बाहर निकलना सीमित करें: सुबह और रात के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें।
मास्क अनिवार्य: खासकर सांस की दिक्कत वाले लोगों को मास्क पहनकर ही बाहर जाना चाहिए।
व्यायाम टालें: हवा साफ होने तक लंबी सैर और भारी शारीरिक व्यायाम को टाल देना बुद्धिमानी है।
मौसम विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि हवा की दिशा और गति में बदलाव आने पर आने वाले दिनों में प्रदूषण में और गिरावट आ सकती है, लेकिन तापमान और बादल इसे जमीन के करीब रोक सकते हैं। हालांकि, दिल्लीवासियों को अभी भी पूरी सावधानी बरतनी होगी।