Get App

पंजाब में 15 सितंबर से 21 अक्टूबर तक खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में आई कमी

यह भारी गिरावट अक्टूबर के पहले हफ्ते तक राज्य में बारिश के कारण धान की कटाई में देरी के बीच आई है। पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान के कारण भी कुछ जगहों पर फसल की कटाई में देरी हुई। अधिकारियों का कहना है कि खेतों में कड़ी निगरानी और किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में बताने वाले जागरूकता अभियानों का भी असर हुआ है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 22, 2025 पर 3:36 PM
पंजाब में 15 सितंबर से 21 अक्टूबर तक खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में आई कमी
पंजाब में 15 सितंबर से 21 अक्टूबर तक खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में आई कमी

पंजाब में इस साल 15 सितंबर से 21 अक्टूबर के बीच पराली जलाने की 415 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1,510 घटनाएं दर्ज की गई थीं। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान 2023 में खेतों में आग लगाने की घटनाओं की संख्या 1,764 दर्ज की गई।

यह भारी गिरावट अक्टूबर के पहले हफ्ते तक राज्य में बारिश के कारण धान की कटाई में देरी के बीच आई है। पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान के कारण भी कुछ जगहों पर फसल की कटाई में देरी हुई।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि खेतों में कड़ी निगरानी और किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में बताने वाले जागरूकता अभियानों का भी असर हुआ है।

PPCB के आंकड़ों के अनुसार, इस साल पंजाब में धान की खेती का कुल रकबा 31.72 लाख हेक्टेयर है। 21 अक्टूबर तक इसमें से 32.84 प्रतिशत की कटाई हो चुकी थी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें