Pakistan News: भारत में सोमवार (20 अक्टूबर) को रोशनी का त्योहार दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दिवाली की रात रंग-बिरंगी रोशनी से पूरा देश जगमगा उठा। लोग जश्न में डूब गए। भारत में दिवाली पर इतनी आतिशबाजी हुई कि पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। पड़ोसी देश में धुंध छा गई। पाकिस्तान के पंजाब और लाहौर समेत कई अन्य इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में भारी गिरावट दर्ज की गई। इससे वहां की राज्य सरकारों ने चिंता जताई है।
'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के अधिकारियों ने दावा किया है कि दिवाली की आतिशबाजी के बाद धीमी गति से चलने वाली हवाओं के जरिए भारत से प्रदूषण पाकिस्तानी शहरों में दाखिल हो गए। उन्होंने इसे लेकर चिंता जताई है। पंजाब पर्यावरण संरक्षण विभाग के अनुसार, नई दिल्ली और अन्य उत्तर भारतीय शहरों में आतिशबाजी के बाद आने वाली हवाओं ने पाकिस्तान के पंजाब में AQI की स्थिति को और खराब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मंगलवार सुबह तक लाहौर का AQI 266 तक पहुंच गया। इससे यह दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया। फिलहाल, नई दिल्ली टॉप पर है। दिवाली के त्योहार के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर 'बेहद खराब' से 'गंभीर' कैटेगरी में पहुंच गई है। आतिशबाजी के कारण दिल्ली के कई इलाकों में AQI लेवल 400 के आंकड़े को पार कर गया है। इससे लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
सोमवार रात दीपावली पर बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े जाने के बाद मंगलवार सुबह 8 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के आंकड़े को पार कर गया था। यह 'बेहद खराब' कैटेगरी में आता है। दिल्ली के लिए सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि दिवाली की रात में पूरे एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खतरनाक स्तर पर था।
देश की राजधानी दिल्ली में इस साल पटाखों की बंपर बिक्री हुई है। ज्यादातर दुकानदारों के स्टॉक दीपावली से पहले खत्म हो गए थे। इससे लोगों को गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और सोनीपत तक जाना पड़ा। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल के अनुसार, इस त्योहारी सीजन में पटाखों की मांग में काफी वृद्धि हुई है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "दीपावली से एक दिन पहले ही, ज्यादातर व्यापारियों का स्टॉक खत्म हो गया था। कई लोगों को पटाखे खरीदने के लिए गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद और सोनीपत जाना पड़ा।" साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल पटाखों की बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है।
सदर बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा ने बताया कि व्यापारियों ने पिछले साल की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत अधिक बिक्री दर्ज की। इसमें पटाखों के साथ-साथ सजावटी सामान और लाइटों की भी मांग में इजाफा दर्ज किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर के अपने आदेश में, दिल्ली-NCR में दीपावली से एक दिन पहले और दीपावली के दिन सुबह 6 बजे से 7 बजे के बीच और रात 8 बजे से 10 बजे के बीच ग्रीन पटाखों की बिक्री और फोड़ने की अनुमति दी थी। जिसके चलते दिल्ली में 18 से 21 अक्टूबर के बीच ग्रीन पटाखों की बिक्री की अनुमति दी गई थी।