E-Cigarettes Row: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद सौगत रॉय को गुरुवार (11 दिसंबर) को संसद के बाहर सिगरेट पीते देखा गया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ उनकी बहस शुरू हो गई। TMC के सीनियर सदस्य रॉय को बातचीत के दौरान यह कहते हुए सुना गया, "हम बिल्डिंग के अंदर सिगरेट नहीं पी सकते, लेकिन बाहर पी सकते हैं।" टीएमसी सांसद के सिगरेट पीने पर गिरिराज सिंह और गजेंद्र सिंह शेखावत ने चिंता जताई। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "आप पब्लिक हेल्थ को खतरे में डाल रहे हैं, दादा।"
वहीं, गिरिराज सिंह ने आगे कहा, "BJP MP अनुराग ठाकुर ने यह मुद्दा उठाया था। 2019 में ई-सिगरेट पर बैन लगा दिया गया था। अगर कोई सांसद सदन के अंदर ई-सिगरेट पीता है, तो इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचती है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पता चलता है कि वे (TMC) सदन का कितना सम्मान करते हैं।" इस बीच, रॉय ने राजनीतिक एंगल को कम करने की कोशिश की।
उन्होंने पूछा, "मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि मैं सदन में नहीं था। मुझे नहीं पता कि किसने पी और शिकायत की। अगर यह नियमों का उल्लंघन है तो स्पीकर को जांच करनी चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए। इसे राजनीतिक मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है?"
बाद में, रॉय को रिपोर्टरों से बात करते हुए यह कहते हुए सुना जा सकता है, "हम (सदन के परिसर में) ई-सिगरेट पी सकते हैं। हम बिल्डिंग के अंदर नहीं पी सकते, लेकिन बाहर पी सकते हैं।" इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद पर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया।
इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कार्रवाई की बात कही। ठाकुर ने प्रश्नकाल में हिमाचल प्रदेश से संबंधित पूरक सवाल पूछने के दौरान कहा, "देशभर में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है। सदन में क्या ई-सिगरेट पीने की अनुमति है?" जब लोकसभा स्पीकर बिरला ने 'नहीं' में जवाब दिया तो ठाकुर ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य पिछले कई दिन से सदन में ई-सिगरेट पी रहे हैं।"
हालांकि, BJP सांसद ने किसी सदस्य का नाम नहीं लिया। उन्होंने इस मामले में आसन से तत्काल जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्पीकर से अनुरोध किया, "यह बड़ा विषय है। अभी जांच करवाईए।" उनके साथ निशिकांत दुबे, जगदंबिका पाल समेत कुछ अन्य BJP सांसद भी खड़े होकर कार्रवाई की मांग करते देखे गए। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भी खड़े थे।
हंगामे के बीच बिरला ने सभी सदस्यों से संसदीय परंपराओं और संसदीय नियमों का अनुपालन करने का अनुरोध करते हुए बीजेपी सांसदों से कहा, "अगर आपको किसी मुद्दे पर कोई आपत्ति है तो लिखकर दे दें। कोई ऐसा विषय होगा तो कार्रवाई करुंगा।"