'गठबंधन धर्म निभा रहे हैं, किसी के खिलाफ प्रचार नहीं कर रहे' BMC चुनाव में BJP vs शिवसेना पर बोले एकनाथ शिंदे
BMC चुनाव पर एकनाथ शिंदे ने कहा कहा, "ये कार्यकर्ताओं के चुनाव हैं। हम अलग-अलग मुद्दों पर अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। हम कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। हमारा एजेंडा विकास है और हम अपने सहयोगियों के खिलाफ प्रचार नहीं करते
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य भर में मंगलवार को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों में शिवसेना और BJP के बीच दोस्ताना मुकाबले पर विचार करते हुए कहा कि सहयोगियों को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थानीय निकाय चुनाव "पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए चुनाव" हैं और शिवसेना महायुति सहयोगियों के खिलाफ प्रचार नहीं कर रही है।
India Today के चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शिंदे ने कहा कि शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए प्रचार करते समय अपने सहयोगियों के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है।
उन्होंने कहा, "ये कार्यकर्ताओं के चुनाव हैं। हम अलग-अलग मुद्दों पर अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। हम कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। हमारा एजेंडा विकास है और हम अपने सहयोगियों के खिलाफ प्रचार नहीं करते।"
उन्होंने जोर देकर कहा, "लेकिन हां, सभी को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। हमारी भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि शिवसेना और भाजपा गठबंधन बनाएं और हर निगम में सत्ता में आएं।"
भाजपा और शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी और क्या इन फ्रेंडली फाइट से महायुति गठबंधन में तनाव पैदा हो रहा है? इस बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने कहा, "कुछ मामलों में हम साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं और कुछ मामलों में, स्थानीय स्तर, रणनीति और कार्यकर्ताओं की भावनाओं के आधार पर, हम अलग-अलग भी लड़ सकते हैं। इन कार्यकर्ताओं का चुनाव हमारे सांसद और विधायक करते हैं। हम पहले से ही लोकसभा और विधानसभा स्तर पर मिलकर सरकार चला रहे हैं।"
BJP और शिवसेना के बीच मतभेद की अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए शिंदे ने कहा, "क्योंकि ये पार्टी कार्यकर्ताओं के चुनाव हैं, इसलिए वे भी उम्मीद करते हैं कि उनके नेता आएंगे और उनके चुनाव में प्रचार करेंगे। इसलिए हम जहां भी संभव हो, वहां जाते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र में भी बिहार की तरह विभागों का आवंटन होना चाहिए, जहां BJP को गृह मंत्रालय मिला है, जो दो दशकों तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास रहा, शिंदे ने महायुति के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बात की।
महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव
महाराष्ट्र में मंगलवार को स्थानीय निकायों के चुनाव होने जा रहे हैं। इस दिन 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में वोटिंग होगी। यह चुनाव तीन चरणों में होने हैं, जिनका आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है।
इस चुनाव में राजनीतिक मुकाबला काफी दिलचस्प है। एक तरफ सत्ताधारी महायुति गठबंधन है जिसमें BJP, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की NCP शामिल हैं। दूसरी तरफ महा विकास अघाड़ी (MVA) है, जिसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT), शरद पवार की NCP (SP) और कांग्रेस शामिल हैं।
थाणे, पुणे और अहिल्यानगर जिले की कुछ नगर परिषदों के चुनाव 20 दिसंबर तक टाल दिए गए हैं, क्योंकि नामांकन पत्रों की जांच को लेकर कुछ मामलों पर अदालत में अपील की गई है।
2 दिसंबर को होने वाला यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि हाल ही में नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों में BJP के नेतृत्व वाली महायुति को बड़ी जीत मिली थी। उन्हें 288 में से 235 सीटें मिलीं।
वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। इन चुनावों में कुल 6,859 सदस्य और 288 अध्यक्ष चुने जाएंगे। इसके लिए 1.07 करोड़ से ज्यादा मतदाता 13,355 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे।
पूरे चुनाव में वोटिंग के लिए EVM मशीनों का इस्तेमाल होगा। चुनाव को सुचारू रूप से कराने के लिए 66,000 से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।