Fauja Singh Death: दुनिया के सबसे बुजुर्ग मैराथन धावक फौजा सिंह को पंजाब के जालंधर जिले में टक्कर मारने वाले वाहन की पहचान कर ली गई है। पंजाब पुलिस ने कहा कि यह वाहन एक एसयूवी है। उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। फौजा सिंह हिट-एंड-रन मामले में पुलिस ने मंगलवार देर रात अमृतपाल सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार कर लिया। NRI के रूप में पहचाने गए अमृतपाल सिंह को उनके गृहनगर करतारपुर से गिरफ्तार किया गया। अमृतपाल सिंह ढिल्लों हाल ही में कनाडा से लौटे थे। सड़क दुर्घटना के समय SUV वही चला रहे थे।
शुरआती जांच में यह भी पता चला है कि अमृतपाल सिंह ने दो साल पहले रुरहामपुर के रवींद्र सिंह से फॉर्च्यूनर खरीदी थी। सूत्रों ने CNN-न्यूज18 को बताया कि पूछताछ के दौरान अमृतपाल सिंह ने स्वीकार किया कि दुनिया के सबसे बुजुर्ग मैराथन धावक फौजा सिंह को पंजाब के जालंधर जिले में उनकी कार ने टक्कर मारी थी।
उन्होंने पुलिस को बताया कि दुर्घटना सोमवार दोपहर भोगपुर में अपना फोन बेचकर घर लौटते समय हुई। कार तेज रफ्तार से चल रही थी, इसलिए उसने सिंह को टक्कर मार दी। अमृतपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह डरकर मौके से भाग गया। फौजा सिंह जालंधर स्थित अपने पैतृक गांव ब्यास पिंड में सोमवार शाम टहलने निकले थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। इससे उनकी मौत हो गई थी। वह 114 वर्ष के थे।
फौजा सिंह ने 89 वर्ष की उम्र में मैराथन दौड़नी शुरू की थी। फिर दुनिया भर में अपने जोश एवं जज्बे का डंका बजाया। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 281 (सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से वाहन चलाना) और 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत FIR दर्ज की गई है।
इससे पहले कुछ ग्रामीणों ने कहा था कि संभवत: एक एसयूवी ने फौजा सिंह को टक्कर मारी। उन्होंने दावा किया कि फौजा सिंह टक्कर लगने के बाद पांच से सात फुट तक हवा में उछल गए थे। मैराथन धावक की मृत्यु पर विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फौजा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह एक असाधारण व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने विशिष्ट व्यक्तित्व और फिटनेस से भारत के युवाओं को प्रेरित किया। पीएम मोदी ने X पर कहा कि सिंह दृढ़ संकल्प वाले असाधारण धावक थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कहा कि फौजा सिंह ने लंबी दूरी की अपनी दौड़ से दुनिया भर के सिख समुदाय को गौरवान्वित किया। उनके परिवार के एक सदस्य ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि सिंह का अंतिम संस्कार संभवत: कुछ दिन बाद किया जाएगा।
MEN 1911 में एक किसान परिवार में जन्मे सिंह चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वह 100 वर्ष की आयु में मैराथन पूरी करने वाले पहले व्यक्ति बने। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए। सिंह ने वृद्धावस्था में मैराथन दौड़ना शुरू किया। अपनी सहनशीलता एवं एथलेटिक क्षमता के कारण उन्हें 'टर्बन्ड टॉरनेडो' उपनाम मिला।
वह 1990 के दशक में इंग्लैंड चले गए थे। हाल के वर्षों में पंजाब स्थित अपने पैतृक गांव में रहने के लिए लौट आए थे। वह 2012 के लंदन ओलिंपिक में मशाल वाहक थे। पिछले साल सिंह पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के साथ नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित एक 'वॉकथॉन' में शामिल हुए थे।