आज शाम 5 बजे पीएम नरेंद्र मोदी की पूरी मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में PM मोदी की अध्यक्षता में होने वाली ये ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक है। मोदी सरकार के 11 साल और मोदी 3.0 के एक साल पूरा होने के ठीक पहले ये खासी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में मोदी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा होगी और कुछ मंत्रालयों की ओर से उनके कामकाज और उपलब्धियों के बारे में प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, जल शक्ति मंत्रालय समेत दो-तीन अलग-अलग मंत्रालय अपने विभागों का लेखा-जोखा पेश करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देश दिया है कि पिछले 11 साल की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाया जाए। सूत्रों के मुताबिक, सरकार इसे जश्न की तरह नहीं मनाएगी, बल्कि अपनी उपलब्धियों के प्रचार करने का निर्देश सभी मंत्रियों को दिया गया है। सभी मंत्रालय अपनी उपलब्धियां, सूचना प्रसारण मंत्रालय को बता रहे हैं, जो इन्हें बुकलेट की शक्ल में ढालेगा, जिसे जनता और BJP के कार्यकर्ताओं को भेजा जाएगा।
पीएम मोदी के सत्ता संभालने के बाद पिछले 11 साल में हालात कैसे बदले हैं, इसके बारे मे देश के कोने-कोने में विस्तार से बताया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, जोर इस बात पर भी होगा कि पहले और अब की स्थिति मे क्या अंतर आया है यानि UPA और NDA का अंतर बताया जाएगा।
सभी मंत्रालयों को सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी उपलब्धियों का प्रचार करने को कहा गया है। साथ ही केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संपर्क साधने को कहा गया है। इस काम में तमाम मंत्री, सांसदों के साथ-साथ पूरी बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी जनता के बीच मशक्कत करते नजर आएंगे। इस मुहिम का मकसद एक ही है कि जनता को सीधा पता चले की केंद्र की मोदी सरकार ने उनके लिए क्या-क्या किया है।
मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के मौके पर सभी मंत्रियों से कहा गया है कि वे अखबारों में लेख लिखें, जिससे उनकी उपलब्धियां जनता तक पहुंचें। पीएम मोदी ने पिछली कैबिनेट बैठक में इस महीने होने वाली महत्वपूर्ण सरकार की गतिविधियों का विस्तार से जिक्र किया था, जिसमें 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाएगा। इस दिन पीएम मोदी खुद दिल्ली में पौधारोपण करेंगें। 9 जून को मोदी 3.0 का एक साल, 21 जून को विश्व योग दिवस और 25 जून को आपातकाल के 50 साल पर विस्तार से चर्चा कर देश भर में एक कार्यक्रम आयोजित करने को कहा था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद होने वाली इस पहली बैठक में इसकी सफलता के बारे में सभी मंत्रियों को विस्तार से बताया जाएगा। इसके पहले भी आलाकमान तमाम नेताओं और पार्टी के पदाधिकारियों को इस विषय पर संभलकर या फिर न ही बोलने की हिदायत दे चुका है।
सूत्रों के मुताबिक, NDA मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में पीएम मोदी ने नसीहत दी थी कि ऑपरेशन सिंदूर पर संभल कर बोलें। जाहिर है इस बैठक में मंत्रिपरिषद के सदस्यों को इसकी सही जानकारी दी जाएगी। ताकि वे जनता के बीच जाकर विपक्ष के मिथ्या प्रचार को गलत साबित करें।