Goa Fire Case: गोवा के 'बर्च बाई रोमियो लेन' नाइट क्लब में 6 दिसंबर को पटाखों से लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी। अब इसके मालिक एक बड़े वित्तीय घोटाले के घेरे में आ गए है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, फरार मालिक सौरभ और गौरव लूथरा अपने रेस्तरां साम्राज्य की आड़ में एक ही नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के पते से 42 'शेल कंपनियां' चला रहे थे। ये सभी कंपनियां पिछले दो वर्षों में खोली गई थीं, और दोनों भाई इन सब में निदेशक थे।
जारी हुआ है 'ब्लू कॉर्नर नोटिस'
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली के ये व्यवसायी आग लगने के कुछ ही घंटों बाद - रविवार, 7 दिसंबर को सुबह 5.30 बजे इंडिगो की फ्लाइट 6E 1073 से नई दिल्ली से फुकेत (थाईलैंड) के लिए रवाना हो गए थे। आग लगने की पहली पुलिस सूचना रविवार को 12:04 बजे दर्ज की गई थी। केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय में गोवा पुलिस ने महज दो दिनों के भीतर इंटरपोल से इनके खिलाफ 'ब्लू कॉर्नर नोटिस' प्राप्त कर लिया है। गोवा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, 'यह नोटिस आरोपियों का पता लगाने और उन्हें उनके वर्तमान गंतव्य से किसी अन्य देश में पलायन करने से रोकने में मदद करेगा।'
थाईलैंड से प्रत्यर्पण की तैयारी
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने लूथरा बंधुओं की वापसी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय प्रयासों की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पुलिस टीम उन्हें वापस लाने के लिए थाईलैंड भेजी जाएगी। यह प्रयास भारत और थाईलैंड के बीच 2015 से लागू औपचारिक प्रत्यर्पण संधि पर निर्भर करेगा। उप महानिरीक्षक (DIG) वर्षा शर्मा ने बताया कि गोवा पुलिस आरोपियों की वापसी के लिए सीबीआई (CBI) और इंटरपोल के साथ समन्वय कर रही है, जबकि सभी आरोपियों के वित्तीय लेन-देन की जाँच भी केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं।
पासपोर्ट जब्त करने की तैयारी
इस भीषण हादसे को लेकर जांच का दायरा अब नाइट क्लब के ऑपरेशन से जुड़े अन्य प्रमुख लोगों तक फैल गया है। पुलिस ने यूके के नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ भी लुकआउट सर्कुलर जारी किया है, जो उस संपत्ति के मालिक हैं जहां नाइट क्लब चल रहा था। DIG वर्षा शर्मा ने पुष्टि की कि खोसला एक ब्रिटिश नागरिक हैं। नई दिल्ली में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने फरार लूथरा बंधुओं को नोटिस जारी कर दिया है, जिसमें सात दिनों के भीतर यह स्पष्टीकरण माँगा गया है कि उनके पासपोर्ट को क्यों जब्त नहीं किया जाना चाहिए।
इस बीच नाइट क्लब के प्रबंधन से जुड़े पांच अन्य लोगों राजीव मोदक, विवेक सिंह, राजीव सिंघानिया, रियानशु ठाकुर और भरत कोहली को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।