Goa Fire Case: गोवा के चर्चित 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइटक्लब अग्निकांड में फंसे लूथरा ब्रदर्स की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 25 लोगों की जान लेने वाले इस भीषण हादसे की जांच अब जालसाजी और धोखाधड़ी तक पहुंच गई है। ताजा रिपोर्टों के अनुसार, सौरभ और गौरव लूथरा पर आरोप है कि उन्होंने नाइटक्लब का लाइसेंस हासिल करने के लिए फर्जी 'सर्टिफिकेट' का इस्तेमाल किया था। मापुसा पुलिस स्टेशन में इस संबंध में शिकायत दर्ज की गई है, जिसके बाद पुलिस अब यह पता लगा रही है कि क्या क्लब चलाने की अन्य परमिशन भी जाली कागजों के आधार पर ली गई थीं।
पूछताछ में नहीं कर रहे सहयोग, बढ़ सकती है कस्टडी
लूथरा ब्रदर्स की पुलिस कस्टडी आज खत्म हो रही है, लेकिन गोवा पुलिस उनकी हिरासत बढ़ाने की मांग कर सकती है। जांच अधिकारियों का कहना है कि दोनों भाई पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं और लगातार टालमटोल वाला रवैया अपनाए हुए हैं। पुलिस को डर है कि अगर उन्हें और वक्त नहीं मिला, तो फर्जी दस्तावेजों, सुरक्षा में भारी चूक और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन की कड़ियों को जोड़ना मुश्किल हो जाएगा। 6 दिसंबर 2025 की रात हुए इस हादसे में इमरजेंसी एग्जिट न होने और बिना लाइसेंस के फायर शो आयोजित करने जैसी गंभीर लापरवाहियां पहले ही सामने आ चुकी हैं।
फरार होने से डिपोर्ट होने तक की पूरी कहानी
हादसे के महज कुछ ही घंटों बाद लूथरा ब्रदर इंडिगो की फ्लाइट पकड़कर थाईलैंड भाग गए थे, जिससे पुलिस का शक गहरा गया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी तलाश शुरू हुई और पासपोर्ट रद्द होने के बाद उन्हें फुकेत (थाईलैंड) में हिरासत में ले लिया गया। 16 दिसंबर को उन्हें दिल्ली डिपोर्ट किया गया, जहां से गोवा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी।
मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों का संदिग्ध जाल
अग्निकांड की जांच के साथ-साथ अब आर्थिक अपराधों का एंगल भी जुड़ गया है। जांच एजेंसियों को पता चला है कि लूथरा भाइयों का संबंध दिल्ली के एक ही पते पर रजिस्टर्ड 42 शेल कंपनियों से है। इससे मनी लॉन्ड्रिंग और बड़े वित्तीय घोटाले की आशंका जताई जा रही है। इस मामले में उनके बिजनेस पार्टनर अजय गुप्ता को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का कहना है कि वे न केवल 25 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, बल्कि सिस्टम को धोखा देने के लिए भी सख्त कार्रवाई का सामना करेंगे।