भारत की अप्रत्यक्ष टैक्स प्रणाली को सरल बनाने की कोशिश में, केंद्र सरकार जल्द ही गुड्स एंड्स सर्विसेज टैक्स (GST) में बड़े सुधार पेश करने वाली है। इन सुधारों में दो लेवल टैक्स सिस्टम और 40% टैक्स रेट लागू करने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में इस कदम का संकेत दिया था। यह भारत के राजकोषीय ढांचे में एक अहम और बड़े बदलाव को दर्शाता है।
CNBC-TV18 ने GST काउंसिल के एजेंडा से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया कि टैक्स सुधार पर तैयार पूरी रिपोर्ट, जिसे पहले ही मंत्रियों के समूह ने देखा है, 3 और 4 सितंबर को होने वाली काउंसिल की बैठक में पेश की जाएगी। अंतिम फैसला लेने का अधिकार GST काउंसिल के पास है, जो आगामी बैठक में इन प्रस्तावों पर चर्चा करेगी।
GST बदलाव के बाद क्या होगा सस्ता और महंगा?
आइए यहां उन चीजों और सामान पर एक नजर डालते हैं, जिनके सस्ता होने की उम्मीद हैं, यानी जिन पर GST रेट 5% (पहले 12%, 18% या उससे ज्यादा) लागू होने का प्रस्ताव है।
कृषि और फर्टिलाइजर के लिए, जिन चीजों की GST रेट घटकर 5% होने की संभावना है:
रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में, जिन जीजों का GST रेट 12% से घटकर 5% होने की संभावना है:
स्टेशनरी के लिए GST रेट में प्रस्तावित बदलाव:
हेल्थ और मेडिसिन के लिए GST दर में प्रस्तावित बदलाव:
फूड और ड्रिंक्स के लिए GST रेट में प्रस्तावित बदलाव:
कंज्यूमर गुड्स और दूसरे सामान के लिए GST दर में प्रस्तावित बदलाव:
कागज और पैकेजिंग के लिए GST रेट में प्रस्तावित बदलाव:
महंगी होने वाले सामान, जिनपर GST बढ़ सकती है
12% से 18% होने वाली वस्तुएं:
GST 0% होने वाली वस्तुएं (और सस्ती होने वाली):