Heavy Rain Alert: इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को भारी मानसूनी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि पूरे सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। यह पूर्वानुमान सोमवार को दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में हुई मध्यम बारिश के बाद आया है। दिल्ली-NCR के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस सप्ताह मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आज हल्की बारिश होने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली के साथ तेज बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने यूपी के कई जिलों के लिए मूसलाधार बारिश को लेकर 'रेड अलर्ट' जारी किया है। IMD की माने तो आज से लेकर 28 जुलाई तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बौछारे भी पड़ने की भी आशंका है।
लखनऊ स्थित अमौसी मौसम केंद्र ने वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र, भदोही, चित्रकूट, अमेठी, रायबरेली, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, बस्ती, देवरिया, मऊ और कुशीनगर में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने की आशंका है। यूपी के अलावा उत्तराखंड, महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक सहित अन्य राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
यूपी की राजधानी लखनऊ समेत आसपास के जिलों में दो दिन से हो रही तेज धूप ने उमसभरी गर्मी बढ़ा दी है। लेकिन पश्चिम के जिलों में छिटपुट बारिश जारी है। राष्ट्रीय राजधानी और यूपी के नोएडा एवं गाजियाबाद में भारी बारिश के कारण मंगलवार को ट्रैफिक लगभग ठप हो गया, जिससे कई यात्री घंटों तक फंसे रहे।
सुबह के समय भारी बारिश के कारण कई प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गईं। कई जगहों पर सड़कों पर हाल ही में बिछाई गई डामर की परत बारिश के कारण उखड़ गई। आईटीओ, ओल्ड रोहतक रोड, दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-आठ), महरौली-बदरपुर रोड, महरौली-गुरुग्राम रोड, पीरागढ़ी से आईएसबीटी, मधुबन चौक, दिल्ली-गाजियाबाद और नेशनल हाईवे-9 पर कई घंटों तक भारी जाम की स्थिति रही।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सफदरजंग अस्पताल और आश्रम क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़कों सहित दक्षिणी दिल्ली की कई सड़कों पर ट्रैफिक दोपहर और शाम के समय में बाधित हुआ। महरौली-बदरपुर रूट सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां दोपहर तक ट्रैफिक बाधित रहा। बड़ी संख्या में कांवड़िये पहले से ही जलमग्न सड़कों के किनारे चलते देखे गए।