Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के बाद बादल फटने और अचानक आई बाढ़ का कहर शुक्रवार (4 जुलाई) को भी जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिमाचल में पिछले महीने मानसून की शुरुआत के बाद से बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन के कारण 65 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 37 लोग लापता बताए जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 20 जून को राज्य में दस्तक दी थी। तब से अब तक मौसम की मार से 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में 14 लोगों की मौत बादल फटने, 8 लोगों की मौत अचानक बाढ़ में बह जाने और एक व्यक्ति की मौत भूस्खलन में हुई। जबकि सात लोग डूब गए। अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सबसे अधिक मौतें, मंडी (17) जिले में हुईं। वहां मंगलवार को बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन की 10 घटनाओं ने कहर बरपाया।
उन्होंने बताया कि अकेले मंडी जिले से लापता 31 लोगों की तलाश अब भी जारी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के जवानों ने शुक्रवार को भारी बारिश के बाद भारद, देजी, पयाला और रुकचुई गांवों में फंसे 65 लोगों को बचाया।
भारी बारिश के बाद भूस्खलन से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। राज्य में नदियां उफान पर हैं। इससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। लोगों के घरों एवं खेतों में मलबा जमा हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि 150 से अधिक घर, 106 मवेशी शेड, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जबकि विभिन्न घटनाओं में 164 मवेशियों की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि सुरक्षित बाहर निकाले गए 402 लोगों के लिए पांच राहत शिविर बनाए गए हैं। इनमें से 348 लोग अकेले मंडी जिले से हैं। इस बीच, मंडी में 156, सिरमौर में 49 और कुल्लू जिलों में 36 सहित 280 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गई हैं।
इस वीकेंड भारी बारिश की चेतावनी
राज्य में कुल 332 ट्रांसफार्मर और 784 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। स्थानीय मौसम विभाग ने 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। इसमें शनिवार से मंगलवार तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में 3 जुलाई को भी मध्यम से भारी बारिश जारी रही। सिरमौर जिले के पच्छाद में बुधवार शाम से सबसे अधिक 133.3 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने 5 से 7 जुलाई तक तीन से सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। IMD ने इस वीकेंड तक जनजातीय किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
विभाग ने अगले 24 घंटों में कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, शिमला और सिरमौर के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की अचानक बाढ़ आने की भी चेतावनी दी है। शिमला जिले का सराहन रात में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि हमीरपुर दिन में सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।