Get App

'हिन्दू हूं इसलिए हटाया गया', 24 घंटे के अंदर निशा चटर्जी ने हुमायूं कबीर ने रद्द किया उम्मीदवारी रद्द

दरअसल, सोमवार को मुर्शिदाबाद में कबीर अपनी JUP पार्टी का ऐलान करते समय निशा चटर्जी को बल्लीगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया था। मंच पर खड़े होकर उन्होंने निशा के नाम की औपचारिक घोषणा भी की। लेकिन अगले ही दिन हुमायूं कबीर ने अपना फैसला बदलते हुए उनका टिकट वापस ले लिया

Suresh Kumarअपडेटेड Dec 23, 2025 पर 10:22 PM
'हिन्दू हूं इसलिए हटाया गया', 24 घंटे के अंदर निशा चटर्जी ने हुमायूं कबीर ने रद्द किया उम्मीदवारी रद्द
West Bengal Elections 2026: हुमायूं कबीर की पार्टी में कलह।

पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। TMC से निलंबित और जनता उन्नयन पार्टी (JUP) के सूत्रधार हुमायूं कबीर की नई पार्टी में टिकट को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। उन्होंने जिस उम्मीदवार को मंच से टिकट दिया, उसका टिकट महज़ 24 घंटे के भीतर वापस ले लिया गया। यह उम्मीदवार थीं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर निशा चटर्जी।

दरअसल, सोमवार को मुर्शिदाबाद में कबीर अपनी JUP पार्टी का ऐलान करते समय निशा चटर्जी को बल्लीगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया था। मंच पर खड़े होकर उन्होंने निशा के नाम की औपचारिक घोषणा भी की। लेकिन अगले ही दिन हुमायूं कबीर ने अपना फैसला बदलते हुए उनका टिकट वापस ले लिया। इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में सवाल उठने लगे हैं।

निशा चटर्जी ने टिकट वापस लिए जाने के बाद खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर की है। उन्होंने दावा किया कि उनका नाम इसलिए हटाया गया क्योंकि वह हिंदू ब्राह्मण समुदाय से आती हैं। निशा ने कहा, "अगर मेरे बारे में कोई आपत्ति थी तो मुझे मंच पर क्यों बुलाया गया? अगर जांच-पड़ताल नहीं की गई थी, तो टिकट क्यों दिया गया?" उन्होंने आरोप लगाया कि हुमायूं कबीर के फैसले ने उनके करियर को नुकसान पहुंचाया है।

वहीं दूसरी ओर, हुमायूं कबीर ने टिकट वापस लेने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि उन्हें बाद में निशा चटर्जी की कुछ निजी गतिविधियों और सोशल मीडिया तस्वीरों के बारे में जानकारी मिली, जिनसे पार्टी की छवि पर सवाल उठ सकते थे। हुमायूं ने कहा, "मुझे यह जानकारी थी कि वह एक सेलिब्रिटी हैं। हाल ही में बार में ड्रिंक करते हुए उनकी एक तस्वीर सामने आई, जिसके बाद उनके निजी जीवन और गतिविधियों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जब जानकारी सामने आई तो मैंने 24 घंटे के भीतर फैसला बदल दिया।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें