Operation Sindoor: वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार (3 अक्टूबर) को कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत ने लंबी दूरी के सटीक हमले करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। एपी सिंह ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के इलाके में लगभग 300 किलोमीटर अंदर तक घुसकर सबसे लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता हासिल की। उन्होंने कहा कि 1971 के बाद यह पहली बार था जब वायुसेना ने इतनी जबरदस्त मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जिससे उसकी गहराई तक और सटीकता से हमला करने की क्षमता का पता चलता है।
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हवा में हमारे पास लंबी दूरी वाले एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) और चार से पांच लड़ाकू विमानों के सबूत हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के रडार, कमांड और कंट्रोल सेंटर, रनवे और हैंगर आदि को नुकसान पहुंचा था।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने सात मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया गया। इन हमलों के बाद चार दिनों तक भीषण सैन्य संघर्ष हुआ जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद समाप्त हुआ।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' एक स्पष्ट उद्देश्य के साथ शुरू हुए युद्ध का सबक है, जो कम समय में खत्म हो गया। उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें (दुश्मन को) भारतीय वायुसेना ने युद्धविराम की मांग करने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पास पाकिस्तान के लंबी दूरी के एक अवाक्स और चार से पांच लड़ाकू विमानों के गिरने के सबूत हैं।
सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान में रडार, कमांड और कंट्रोल सेंटर, रनवे और हैंगर शामिल हैं। सिंह ने कहा कि भारत ने स्पष्ट उद्देश्य के साथ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और उद्देश्य पूरा होने के साथ ही इसे समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इससे पूरी दुनिया को इससे सबक लेना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रतिबिंब है। वायुसेना प्रमुख सिंह ने मई में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान 15 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के पाकिस्तान के दावों को "मनोहर कहानियां" करार देते हुए खारिज कर दिया। सिंह ने पाकिस्तान से अपने दावों को साबित करने को कहा।
93वें वायुसेना दिवस समारोह पर अपनी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पाकिस्तान के दावों के बारे में पूछा गया तो एयर मार्शल सिंह ने कहा, "अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने मेरे 15 लड़ाकू विमान मार गिराए हैं, तो उन्हें इस बारे में सोचने दीजिए। मुझे उम्मीद है कि वे इस बात से सहमत होंगे। जब वे फिर से लड़ने आएंगे तो वे मेरे बेड़े में 15 कम विमान शामिल करेंगे। तो मैं इसके बारे में बात क्यों करूं?"
उन्होंने कहा, "आज भी मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि क्या हुआ। कितना नुकसान हुआ, कैसे हुआ, क्योंकि उन्हें पता तो चलने दो... क्या आपने एक भी तस्वीर देखी है जहां हमारे किसी एयरबेस पर कुछ गिरा हो? हमें कोई चीजी लगी हो? कोई हैंगर नष्ट हुआ हो? या ऐसा कुछ? हमने उन्हें उनकी जगहों की कितनी ही तस्वीरें दिखाईं। लेकिन, वे हमें एक भी तस्वीर नहीं दिखा पाए।"