अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत ने अमेरिकी सामानों पर सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की है। इस दावे पर भारत का रुख सामने आया है। सूत्रों ने CNN-News18 को बताया है कि ट्रेड के मसले पर अभी कुछ भी फाइनल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत टैरिफ रिलीफ चाहता है, लेकिन वह दोनों पक्षों की ओर से राहत की अपेक्षा करता है। इसके अलावा, सूत्रों का कहना है कि भारत ने दालों और चावल पर बातचीत करने से कथित तौर पर इनकार कर दिया है।
कतर में एक कार्यक्रम में ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने ट्रेड टॉक्स के दौरान सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की। भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी यही कहा है कि इसे दोनों देशों के लिए फायदेमंद होने वाला होना चाहिए। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल बातचीत हैं। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं होता। कोई भी व्यापार सौदा दोनों देशों को फायदा पहुंचाने वाला होना चाहिए; इसे दोनों देशों के लिए कारगर होना चाहिए। व्यापार सौदे से हमारी यही अपेक्षा होगी। जब तक ऐसा नहीं हो जाता, इस पर कोई भी फैसला लेना जल्दबाजी होगी।"
ट्रेड डील पर बातचीत के लिए पीयूष गोयल जा रहे हैं अमेरिका
भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों का एक दल अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ 17 मई से वाशिंगटन में चर्चा करने वाला है। अपनी यात्रा के दौरान गोयल के अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) जेमिसन ग्रीर और अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक के साथ बैठक करने की उम्मीद है। दोनों देश इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर तक व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देना चाहते हैं। गोयल 16 मई को वाशिंगटन पहुंचेंगे। अमेरिका ने भारत पर लगाए गए नए 26 प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ को 9 अप्रैल को 90 दिनों के लिए यानि 9 जुलाई तक टाल दिया। हालांकि, 10 प्रतिशत का बेसिक टैरिफ अब भी लागू है।