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इंडिगो संकट के बीच सरकार का बड़ा कदम, IndiGo के CEO को भेजा शो कॉज नोटिस, 24 घंटे में मांगा जवाब

रेगुलेटर ने इंडिगो के सीईओ को 24 घंटे के भीतर जवाब देने का समय दिया है और साफ चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर सजा के तौर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह अब तक उठाया गया सबसे सख्त कदम है, क्योंकि इंडिगो की परेशानी पांचवें दिन भी जारी है और बड़े एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 06, 2025 पर 10:58 PM
इंडिगो संकट के बीच सरकार का बड़ा कदम, IndiGo के CEO को भेजा शो कॉज नोटिस, 24 घंटे में मांगा जवाब
इंडिगो एयरलाइन संकट मामले में केंद्र सरकार ने शनिवार को सख्ती दिखाई है।

डीजीसीए ने शनिवार को इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इंडिगो एयरलाइन संकट मामले में केंद्र सरकार ने शनिवार को सख्ती दिखाई है। सरकार ने इंडिगो के CEO को ये शो कॉज नोटिस जारी किया है। इस नोटिस का जवाब अगले 24 घंटे के भीतर ही मांगा है, जिसमें सरकार ने पूछा है कि लाखों यात्री आपकी वजह से परेशान हुए हैं। इसमें आप बताएं की आप पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाए? इसके साथ ही नोटिस में कहा गया कि सीईओ यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह से विफल रहे हैं।

हाल ही में इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानों के देरी से चलने और रद्द होने से देशभर में हवाई यात्रा गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। इस संकट के कारण हजारों यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी और कई एयरपोर्ट पर हालात बिगड़ गए। डीजीसीए ने पूछा है कि आखिर इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हुई और इसके लिए एयरलाइन क्या जिम्मेदारी लेगी। यह घटना भारत के एविएशन सेक्टर में अब तक के सबसे बड़े संचालन संकटों में से एक मानी जा रही है।

इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा कदम

रेगुलेटर ने इंडिगो के सीईओ को 24 घंटे के भीतर जवाब देने का समय दिया है और साफ चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर सजा के तौर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह अब तक उठाया गया सबसे सख्त कदम है, क्योंकि इंडिगो की परेशानी पांचवें दिन भी जारी है और बड़े एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। नोटिस इसलिए जारी किया गया है क्योंकि इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द और देरी से चल रही हैं। सिर्फ आज ही 850 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जिससे पूरा नेटवर्क प्रभावित हो गया। ऑपरेशनल समस्याओं के चलते यात्री शहरों में लंबी कतारें, कनेक्शन मिस होने और सामान से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

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