शुक्रवार रात चिक्कमगलुरु जिले में दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई। मृतक का नाम 38 वर्षीय गणेश गौड़ा है, जो कडूर तालुक के सखारायपटना के ग्राम पंचायत सदस्य थे। गणेश गौड़ा की मौत पर कर्नाटक के डिप्टी मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने दुख जताया। उन्होंने X पर लिखा, “सखारायपटना, कडूर तालुक में ग्राम पंचायत सदस्य और कांग्रेस कार्यकर्ता गणेश गौड़ा की हत्या बेहद दुखद और निंदनीय है। हमारी सरकार दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेगी। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि गणेश गौड़ा की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति मिले। ओम शांति।”
कर्नाटक में कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या पर गरमाई सियासत
गौड़ा की मौत रात करीब 9:30 बजे एक मठ के पास हुई झड़प के बाद हुई। बताया जा रहा है कि वहां एक बैनर को लेकर शुरू हुआ विवाद बाद में हिंसक लड़ाई में बदल गया। दोनों पक्षों के कई लोगों को सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए चिक्कमगलुरु जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के अनुसार, इस घातक हमले से सिर्फ आधे घंटे पहले शहर के एक बार के पास भी दोनों समूहों के बीच झड़प हुई थी। सखारायपटना पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। अधिकारी अब इस घटना में शामिल लोगों की पहचान और तलाश करने में जुटे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है।
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि हमले के पीछे की वजह जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने कहा, “कौन-कौन शामिल थे और घटना के पीछे असली कारण क्या था, यह जांच के बाद सामने आएगा।” साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार को इस मामले पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला प्रभारी मंत्री के. जे. जॉर्ज ने हत्या को “दुखद” और “बहुत निंदनीय” बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी विवाद को हिंसा का रूप नहीं लेना चाहिए और आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जॉर्ज ने यह भी बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम तुरंत उठाए जाएं।