कर्नाटक पुलिस की बड़ी कामयाबी, नौसेना की गोपनीय जानकारी लीक केस में तीसरा आरोपी गिरफ्तार

Karnataka Navy secret leak case: कर्नाटक के उडुपी जिले में पुलिस ने भारतीय नौसेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में तीसरे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इस मामले में आरोप है कि नौसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा की गई थी।

अपडेटेड Dec 24, 2025 पर 7:43 AM
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कर्नाटक पुलिस की बड़ी कामयाबी, नौसेना की गोपनीय जानकारी लीक केस में तीसरा आरोपी गिरफ्तार

Karnataka Navy secret leak case: कर्नाटक के उडुपी जिले में पुलिस ने भारतीय नौसेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में तीसरे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इस मामले में आरोप है कि नौसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा की गई थी। मालपे पुलिस ने चल रही जांच के तहत यह गिरफ्तारी की।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान हिरेंद्र कुमार उर्फ ​​भरत कुमार खदयात (34) के रूप में हुई है, जो गुजरात के आनंद जिले का निवासी है। पुलिस ने बताया कि हिरेंद्र ने कथित तौर पर मुख्य आरोपी को पैसों के बदले मोबाइल सिम कार्ड मुहैया कराए थे। ये मुख्य आरोपी भारतीय नौसेना से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तान में अपने एजेंटों को भेज रहे थे।

इससे पहले, 21 नवंबर को मालपे पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मूल निवासी रोहित और संतरी को गिरफ्तार किया था, जो मालपे स्थित कोचीन शिपयार्ड यूनिट में संविदा आधार पर काम कर रहे थे। संदिग्ध गतिविधि देखने वाले शिपयार्ड अधिकारियों की सूचना के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं।


पूछताछ के दौरान, पुलिस को हिरेंद्र की संलिप्तता का पता चला, जिसके चलते 21 दिसंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांचकर्ताओं ने बताया कि आरोपी भारतीय नौसेना के जहाजों की गोपनीय सूचियां और विवरण, जिनमें जहाज संख्या और डॉकिंग की जानकारी शामिल थी, भारत के शत्रु विदेशी संस्थाओं के साथ साझा कर रहे थे।

मुख्य आरोपी रोहित और संत्री न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि ASP हर्षा प्रियमवदा की निगरानी में आगे की जांच जारी है।

पुलिस ने पुष्टि की है कि सूचना लीक करने में सिम कार्ड और ओटीपी का इस्तेमाल करके व्हाट्सएप अकाउंट एक्टिवेट किए गए थे, जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान में मौजूद एजेंटों से संपर्क करने के लिए किया गया था। बताया जाता है कि हिरेंद्र कुमार ने तकनीकी सहायता प्रदान की, सिम कार्ड की व्यवस्था की और आरोपियों तथा पाकिस्तान स्थित एजेंटों के बीच संचार को सुगम बनाया।

इस मामले में ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, बीएनएस की संबंधित धाराओं और यूए(पी)ए एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है, क्योंकि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।

SP ने की लोगों से अपील

उडुपी के SP हरिराम शंकर ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि अगर समुद्र तटों, बंदरगाहों, रिसॉर्ट्स या होमस्टे के आसपास किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या विदेशी नागरिकों की संदिग्ध मौजूदगी दिखे, तो तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दें।

SP ने आगे कहा कि निवासियों से आग्रह किया जाता है कि वे उचित दस्तावेजों के बिना व्यक्तियों या संदिग्ध संचार गतिविधियों में संलग्न व्यक्तियों की सूचना दें, और इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है।

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