Credit Cards

Lalbaugcha Raja 2025: लालबागचा राजा में दर्शन कब और कैसे करें, जानें पूरी जानकारी

Lalbaugcha Raja 2025: मुंबई की गणेश चतुर्थी का नाम लेते ही सबसे पहले लालबागचा राजा की भव्य झलक याद आती है। भक्त मानते हैं कि यहां दर्शन के बिना गणेशोत्सव अधूरा रहता है। इस बार उत्सव 27 अगस्त 2025 से शुरू होकर 6 सितंबर 2025 को समाप्त होगा। पंडाल के दर्शन एक दिन पहले तक ही किए जा सकेंगे

अपडेटेड Aug 27, 2025 पर 9:40 AM
Story continues below Advertisement
Lalbaugcha Raja: लालबागचा राजा पंडाल में दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा।

मुंबई की गणेश चतुर्थी का नाम आते ही सबसे पहले लालबागचा राजा की भव्य झलक सामने आ जाती है। ये पंडाल सिर्फ मुंबई ही नहीं, पूरे देश के भक्तों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। लोग मानते हैं कि यहां दर्शन किए बिना गणेशोत्सव अधूरा रहता है। हर साल लाखों श्रद्धालु बप्पा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, फिर चाहे इंतजार कुछ घंटों का हो या पूरे दिन का। इस बार भी उत्साह चरम पर है क्योंकि गणेशोत्सव की शुरुआत 27 अगस्त 2025 से हो रही है और 6 सितंबर 2025 को गणपति विसर्जन के साथ समापन होगा। पंडाल के दर्शन एक दिन पहले ही रोक दिए जाते हैं, लेकिन भक्तों की भीड़ और भक्ति दोनों का जोश कम नहीं होता। मुंबई की सड़कों पर बप्पा के जयकारे गूंजने को तैयार हैं।

दर्शन का समय और व्यवस्था

लालबागचा राजा पंडाल में दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा। भीड़ के हिसाब से लाइन की गति तय होती है और VVIP विजिट या आरती के समय दर्शन थोड़ी देर के लिए रुक भी सकते हैं।


दर्शन के प्रकार

लालबागचा राजा के दर्शन दो मुख्य तरीकों से किए जा सकते हैं:

मुख दर्शन लाइन – इसमें भक्त केवल बप्पा का चेहरा देख सकते हैं। सामान्य भीड़ में इसका इंतजार लगभग 3 से 4 घंटे का होता है, लेकिन पीक समय में ज्यादा बढ़ सकता है।

चरण स्पर्श या नवसाची लाइन – इसमें भक्त गणपति के चरणों को छू सकते हैं। ये लाइन बेहद लंबी होती है और पीक दिनों में इंतजार 25 से 40 घंटे तक भी हो सकता है।

इसके अलावा ऑनलाइन लाइव दर्शन की सुविधा 24×7 उपलब्ध है, जिसे आधिकारिक वेबसाइट, यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।

आरती और पूजा का शेड्यूल

भक्तों के लिए दिनभर विशेष पूजा और आरती का आयोजन होता है:

सुबह की पूजा – 6 से 7 बजे तक

सुबह की आरती – 7 से 7:30 बजे तक (15–30 मिनट)

दोपहर की पूजा और आरती – 12 से 2 बजे तक

शाम की आरती – 7 से 8 बजे तक (15–30 मिनट)

रात की आरती – 10 से 10:30 बजे तक

प्रवेश द्वार और पास की सच्चाई

पंडाल में सिद्धि गेट से सामान्य और मुफ्त प्रवेश दिया जाता है। एक अन्य द्वार ऋद्धि गेट है, जहां कई लोग पैसे लेकर VIP पास दिलाने का दावा करते हैं। लेकिन मंडल का साफ कहना है कि कोई भी आधिकारिक VIP पास जारी नहीं किया जाता। इसलिए किसी भी तरह के थर्ड-पार्टी स्कैम से बचें।

पंडाल तक पहुंचने के तरीके

लोकल ट्रेन: बायकुला स्टेशन से 10–15 मिनट पैदल, करी रोड स्टेशन से सबसे नजदीक और भीड़ कम, लोअर परेल स्टेशन से 20–25 मिनट पैदल या ऑटो से 5–10 मिनट, दादर स्टेशन सबसे भीड़भाड़ वाला।

BEST बस: पैराल, बायकुला या लालबाग जाने वाली बस लें। रूट बदल सकते हैं, इसलिए चेक करें।

टैक्सी: सीधे "लालबाग मार्केट" तक जाएं, लेकिन ट्रैफिक के कारण थोड़ा पैदल चलना होगा।

पैदल: 500 मीटर से 2 किलोमीटर तक का वॉक, भीड़ के अनुसार।

सबसे अच्छा समय दर्शन के लिए

पहले दो दिन भीड़ अपेक्षाकृत कम रहती है क्योंकि लोग अपने घरों में गणेशोत्सव की तैयारी में व्यस्त होते हैं। सुबह 5–9 बजे या देर रात 10 बजे के बाद लाइनें छोटी रहती हैं और दर्शन आराम से हो जाता है।

ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच भारत-अमेरिका के बीच होगी बड़ी डिफेंस डील, IAF को मिलेगी ताकत

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।