Credit Cards

CJI गवई पर वकील ने की जूता फेंकने की कोशिश, चीफ जस्टिस बोले- 'ये चीजें मुझ पर असर नहीं डालतीं', हमलावर बोला- 'सनातन का अपमान नहीं सहेंगे'

Attack on CJI Gavai: सु्प्रीम कोर्ट में सोमवार (6 अक्टूबर) को कार्यवाही के दौरान वकील की पोशाक पहने एक व्यक्ति ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई की ओर जूता फेंक दिया। इसके बाद अदालत में हंगामा मच गया। CJI बी आर गवई ने व्यक्ति की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में उन पर हमले की कोशिश के बाद कहा, 'ये चीजें मुझ पर असर नहीं डालतीं'

अपडेटेड Oct 06, 2025 पर 2:10 PM
Story continues below Advertisement
Attack on CJI Gavai: चीफ जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि ये चीजें मुझ पर असर नहीं डालतीं हैं

Attack on CJI Gavai: सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (6 अक्टूबर) को एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की। 'बार एंड बेंच' के अनुसार, अदालत में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते वकील को पकड़कर बाहर निकाल दिया। सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने पीटीआई को बताया कि शीर्ष अदालत में कार्यवाही के दौरान वकील की पोशाक पहने एक व्यक्ति ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई की ओर जूता फेंक दिया। इसके बाद अदालत में हंगामा मच गया। CJI बी आर गवई ने व्यक्ति की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में उन पर हमले की कोशिश के बाद कहा, 'ये चीजें मुझ पर असर नहीं डालतीं।'

पुलिस ने आरोपी वकील को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर ने सीजेआई गवई पर जूता फेंकने के बाद कोर्ट के बाहर चिल्लाते हुए कहा, "सनातन का अपमान नहीं सहेंगे!" मौके पर सुप्रीम कोर्ट में मौजूद वकीलों ने पीटीआई से इसकी पुष्टि की है।  'बार एंड बेंच' के मुताबिक, यह नाटक उस समय हुआ जब CJI की अध्यक्षता वाली पीठ वकीलों द्वारा मामलों की सुनवाई कर रही थी।

सूत्रों के अनुसार, वकील चीफ जस्टिस के मंच के पास गया। फिर अपना जूता निकालकर चीफ जस्टिस पर फेंकने की कोशिश की। हालांकि, अदालत में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने ऐन मौके पर हस्तक्षेप किया और वकील को बाहर निकाल दिया।

बाहर जाते समय, वकील को यह कहते सुना गया, "सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।" CJI ने इस पर कोई तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने अदालत में मौजूद वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने को कहा। उन्होंने आगे कहा, "इस सब से विचलित न हों। हम विचलित नहीं हैं। ये बातें मुझे प्रभावित नहीं करतीं।"

सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा इकाई ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अभी यह पता नहीं चला है कि वकील ने इस हरकत को क्यों अंजाम दिया। इस हमले को संभवतः खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना से संबंधित एक पिछले मामले में चीफ जस्टिस की टिप्पणियों को जोड़कर देखा जा रहा है

CJI गवई ने खजुराहो मंदिर परिसर में मौजूद भगवान विष्णु की एक मूर्ति के पुनर्निर्माण के मामले में अपनी टिप्पणियों की सोशल मीडिया पर हुई आलोचना के बाद 18 सितंबर को कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में खजुराहो स्मारकों पर अदालती सुनवाई के दौरान की गई उनकी टिप्पणी को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से पेश किया गया।


दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने यूनेस्को की विश्व विरासतों में शुमार मध्य प्रदेश में स्थित खजुराहो मंदिर के परिसर में मौजूद जावरी मंदिर में भगवान विष्णु की सात फुट ऊंची प्रतिमा को पुन: स्थापित करने के अनुरोध से जुड़ी एक याचिका मंगलवार को खारिज कर दी थी।

ये भी पढ़ें- CJI BR Gavai: 'मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं'; भगवान विष्णु पर टिप्पणी कर घिरे चीफ जस्टिस बीआर गवई की सफाई, जानें- क्या है पूरा मामला

इस दौरान पीटीआई के मुताबिक चीफ जस्टिस गवई ने कहा था, "यह पूरी तरह से प्रचार पाने के लिए दायर याचिका है... जाकर स्वयं भगवान से कुछ करने के लिए कहिए। अगर आप कह रहे हैं कि आप भगवान विष्णु के प्रति गहरी आस्था रखते हैं, तो प्रार्थना करें और थोड़ा ध्यान लगाएं।" इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई थी।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।