भारत सरकार देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। देश में रक्षा उपकरणों का उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं रक्षा उपकरणों के निर्यात के लिए भी तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। देश में रक्षा उत्पादन पिछले 10 साल में 174 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेटवर्क18 को दिए गए खास इंटरव्यू में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के कदम में देश की तरक्की के बारे में खुलकर बात की।
स्वदेशी ड्रोन बना रहा है भारत
नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी को दिए एक खास इंटरव्यू में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि, भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए स्वदेशी ड्रोन विकसित करने का काम शुरू कर दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब हथियारों के लिए किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना चाहता, और इस दिशा में काफी अच्छी प्रगति हो चुकी है। उन्होंने कहा, "हमने स्वदेशी ड्रोन बनाने पर काम शुरू कर दिया है। हमारा लक्ष्य है कि हम अपने हथियार खुद बनाएं और रक्षा क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर बनें।"
मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन को मिल रही है मजबूती
इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि सरकार का फोकस देश में रक्षा तकनीक, मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन को मजबूत करने पर है, ताकि भारत आने वाले समय में दुनिया का अग्रणी रक्षा उत्पादक देश बन सके। राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत रूस से अतिरिक्त एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदेगा, जिसे उन्होंने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी बताया। भारत के रणनीतिक रक्षा कार्यक्रमों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि परमाणु पनडुब्बी परियोजना सही दिशा में आगे बढ़ रही है और इसमें किसी तरह की देरी नहीं हुई है।
राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान राफेल लड़ाकू विमानों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जबकि ब्रह्मोस मिसाइलें भी इस अभियान में बहुत प्रभावी साबित हुईं। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल का निर्यात आने वाले समय में भारत के रक्षा निर्यात के आंकड़ों में बड़ी बढ़ोतरी करेगा और यह देश की रक्षा शक्ति और वैश्विक प्रतिष्ठा दोनों को मजबूत बनाएगा।
एमक्यू-9 ड्रोन की होने वाली है डिलीवरी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि अमेरिका से मिलने वाले एमक्यू-9 ड्रोन की डिलीवरी समय पर होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारी रक्षा प्रणालियां भारत में, भारतीयों के द्वारा बनाई जाएं।" राजनाथ सिंह ने यह भी जोर दिया कि सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ और स्वदेशीकरण अभियान के तहत भारत ने रक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि अब देश तेजी से रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बन रहा है और आने वाले समय में भारत रक्षा तकनीक का वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है।