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Leh Ladakh Violence: 'जब तक शांति नहीं, तब तक केंद्र से बात नहीं' हिंसा के बाद लेह एपेक्स बॉडी का ऐलान

LAB के अध्यक्ष थुपस्तान छेवांग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "जब तक लद्दाख में शांति नहीं होती, हम केंद्र के साथ किसी भी दौर की बातचीत में हिस्सा नहीं लेंगे। हम अमित शाह और प्रशासन से लद्दाख में डर के माहौल को खत्म करने की अपील करते हैं। जब तक जरूरी कदम नहीं उठाए जाते, हम बातचीत में हिस्सा नहीं लेंगे

अपडेटेड Sep 29, 2025 पर 7:28 PM
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Leh Ladakh Violence: 'जब तक शांति नहीं, तब तक केंद्र से बात नहीं' हिंसा के बाद लेह एपेक्स बॉडी का ऐलान

लेह एपेक्स बॉडी ने सोमवार को केंद्र को अल्टीमेटम दिया कि जब तक लद्दाख में शांति नहीं आ जाती, तब तक कोई बातचीत नहीं होगी। दोनों पक्षों के बीच 6 अक्टूबर को बातचीत होनी थी। लेह एपेक्स बॉडी (LAB), जो कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) के साथ मिलकर लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और दूसरे संवैधानिक प्रावधानों के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रही है, उसने सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन को ये संदेश दिया।

LAB के अध्यक्ष थुपस्तान छेवांग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "जब तक लद्दाख में शांति नहीं होती, हम केंद्र के साथ किसी भी दौर की बातचीत में हिस्सा नहीं लेंगे। हम अमित शाह और प्रशासन से लद्दाख में डर के माहौल को खत्म करने की अपील करते हैं। जब तक जरूरी कदम नहीं उठाए जाते, हम बातचीत में हिस्सा नहीं लेंगे।"

इसने केंद्र से लद्दाख विरोध प्रदर्शन में “पाकिस्तान या विदेशी हाथ” साबित करने के लिए कहा, जो हिंसक झड़पों में बदल गया था, जिसके कारण 24 सितंबर को चार लोगों की मौत हो गई थी।


इस बीच लद्दाख के उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता एक बैठक में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे, जबकि कर्फ्यू छठे दिन भी लागू है।

न्यूज एजेंसी PTI ने एक अधिकारी के हवाले से बताया, "कर्फ्यू वाले इलाकों में स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बल बड़ी संख्या में तैनात हैं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी रख रहे हैं।"

अधिकारी ने बताया कि गुप्ता ने स्कर्बुचन के पूर्व सैनिक त्सावांग थारचिन और हनु के 21 साल के रिनचेन दादुल के अंतिम संस्कार के मद्देनजर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए राजभवन में एक हाई लेवल बैठक बुलाई है।

रविवार (28 सितंबर) को दो युवाओं- 24 साल के स्टैनजिन नामग्याल और 25 साल के जिग्मेट दोरजय का अंतिम संस्कार किया गया। चारों की मौत व्यापक हिंसा में हुई थी।

अधिकारियों ने बताया कि लेह शहर में मोबाइल इंटरनेट सर्विस अभी भी सस्पेंड हैं, जबकि कारगिल सहित केंद्र शासित प्रदेश के अन्य प्रमुख हिस्सों में भी पांच या उससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

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