Leh Ladakh Violence : केंद्र शासिक प्रदेश लद्दाख की राजधानी लेह में पूर्ण राज्य की मांग के बाद भड़की हिंसा को लेकर लद्दाख से लेकर दिल्ली तक हलचल मची हुई है। हिंसक प्रदर्शन के दो दिन बाद शुक्रवार को क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हिंसक प्रदर्शन में चार लोगों की मौत हो गई थी। फिलहाल सोनम वांगचुक गिरफ्तार करने के बाद राजस्थान के जोधपुर जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं लेह हिंसा मामले में अब लद्दाख पुलिस ने नया खुलासा किया है।
लेह हिंसा पर पुलिस का खुलासा
24 सितंबर की हिंसा पर बोलते हुए, लद्दाख के डीजीपी डॉ. एस.डी. सिंह जामवाल ने कहा, "...हमने हाल ही में एक पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जो सोनम वांगचुक से संपर्क में था और उन्हें रिपोर्ट कर रहा था। हमारे पास इसका रिकॉर्ड है। वह पाकिस्तान में डॉन के एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था। वह बांग्लादेश भी गया था। इसलिए, उस पर बड़ा सवालिया निशान है... जाxच की जा रही है।"
#WATCH | Leh: Speaking on the 24th Sept violence, Ladakh DGP Dr. S.D Singh Jamwal says, "...We also arrested a Pakistan PIO in the recent past who was in touch with him (Sonam Wangchuk) and reporting back across. We have a record of this. He had attended a Dawn event in Pakistan.… pic.twitter.com/q4YnhyrQlE
— ANI (@ANI) September 27, 2025
लेह हिंसा में किसी एंटी नेशनल एलिमेंट के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर लद्दाख के डीजीपी डॉ. एस.डी. सिंह जामवाल ने कहा, "यह जांच का विषय है। लेकिन पहले दिन जब घायलों को अस्पताल ले जाया गया, तो गोली लगने से घायल 2-3 नेपाली नागरिक अस्पताल में भर्ती थे। उनकी पुष्टि के बाद, ऐसे 2-3 और तत्व सामने आए हैं। तीन नेपाली नागरिक होने की पुष्टि हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।"
कर्फ्यू में दी गई ढील
वहीं लेह में कर्फ्यू के बारे में लद्दाख के डीजीपी डॉ. एस.डी. सिंह जामवाल ने कहा, "...हमने दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक कर्फ्यू में स्टेपवाइज ढील देने का फैसला किया है। पुराने शहर में इसमें ढील दी जाएगी। नए क्षेत्र में हम दोपहर 3.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक ढील देंगे।"
बता दें कि, लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और इसे संविधान की छठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की जा रही है। इस विरोध प्रदर्शन का चेहरा माने जा रहे क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक पर केंद्र सरकार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि वांगचुक ने अपने भड़काऊ बयानों और नेपाल के Gen Z आंदोलन का जिक्र करके भीड़ को उकसाया। वहीं 25 सितंबर को केंद्र सरकार ने उनके द्वारा संचालिच एक संगठन का विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) लाइसेंस कैंसिल कर दिया।
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