Get App

Leh Protest: 'जनता का सब्र टूट रहा है, बात हाथ से निकल सकती है' 2 दिन पहले ही लेह एपेक्स बॉडी ने दी थी चेतावनी

LAB ने सोमवार को घोषणा की थी कि उसके नेता तब तक भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। LAB के नेतृत्व ने 10 सितंबर को 35 दिनों की भूख हड़ताल शुरू की थी। लद्दाख में संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रहे नागरिक समाज के नेताओं ने सोमवार (22 सितंबर, 2025) को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय का उन्हें 6 अक्टूबर को बातचीत के लिए बुलाने का फैसला 'एकतरफा' है

Shubham Sharmaअपडेटेड Sep 24, 2025 पर 5:58 PM
Leh Protest: 'जनता का सब्र टूट रहा है, बात हाथ से निकल सकती है' 2 दिन पहले ही लेह एपेक्स बॉडी ने दी थी चेतावनी
Leh Protest: 2 दिन पहले ही लेह एपेक्स बॉडी ने दी थी चेतावनी

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी लेह में बुधवार को एक विरोध प्रदर्शन काफी हिंसक हो गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व ज्यादातर युवा कर रहे थे। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब दो दिन पहले ही विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे स्वतंत्र संगठन लेह एपेक्स बॉडी (LAB) के नेताओं ने चेतावनी दी थी कि जनता का धैर्य अब जवाब दे रहा है। यह मांग सिर्फ राज्य के दर्जे तक सीमित नहीं है, बल्कि मुख्य रूप से आदिवासी बहुल इस इलाके की खास पहचान और संस्कृति को बचाने से भी जुड़ी हुई है।

LAB ने सोमवार को घोषणा की थी कि उसके नेता तब तक भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। LAB के नेतृत्व ने 10 सितंबर को 35 दिनों की भूख हड़ताल शुरू की थी। लद्दाख में संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रहे नागरिक समाज के नेताओं ने सोमवार (22 सितंबर, 2025) को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय का उन्हें 6 अक्टूबर को बातचीत के लिए बुलाने का फैसला 'एकतरफा' है।

दो दिन पहली ही LAB ने दी थी चेतावनी

उनका कहना है कि मंत्रालय को बैठक पहले बुलानी चाहिए थी, क्योंकि लेह के लोग भूख हड़ताल पर हैं और यह आंदोलन अब 13वें दिन में पहुंच गया है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें