Lucknow Encounter: लखनऊ के आलमबाग मेट्रो स्टेशन के पास एक पुल के नीचे अपनी मां के साथ सो रही ढाई साल की बच्ची के अपहरण और बलात्कार के कुछ घंटों बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में आरोपी मारा गया। मासूम से दरिंदगी के आरोपी को लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार (6 जून) तड़के एनकाउंटर में मार गिराया। आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए उसका पता लगाया गया, जिसमें वह शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक सफेद स्कूटर पर बच्चे के साथ भागता हुआ दिखाई दिया।
पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि घटना के तुरंत बाद कई पुलिस टीमों का गठन किया गया था। साथ ही वर्मा की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी। श्रीवास्तव ने कहा, "जब उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो उसने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं। जवाबी गोलीबारी में वह घायल हो गया।" वर्मा को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची का इलाज लोकबंधु अस्पताल में किया जा रहा है।
लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में ढाई साल की एक बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार देर रात हुई इस घटना के बाद बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे बेहतर इलाज के लिए हायर मेडिकल सेंटर भेज दिया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़िता दिहाड़ी मजदूर की बेटी है जो आलमबाग क्षेत्र में मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी नाबालिग को उस समय उठा ले गया जब उसके माता-पिता सो रहे थे और एक सुनसान जगह पर उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस के अनुसार, घटना आलमबाग मेट्रो स्टेशन के पास हुई।
जानकारी मिलने पर पुलिस उपायुक्त (मध्य) आशीष कुमार श्रीवास्तव सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार रात को ही घटनास्थल का निरीक्षण किया। डीसीपी ने कहा, "हमने आलमबाग थाने में संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज कर लिया है और फिलहाल गहन जांच की जा रही है। हमने घटना की जांच और अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए पांच टीम बनाई हैं। पुलिस आरोपी की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।"
घटना के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। देवीखेड़ा रोड पर गुरुवार देर रात हुई मुठभेड़ में डीसीपी सेंट्रल की क्राइम टीम और आलमबाग पुलिस शामिल थी। डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के तुरंत बाद कई टीमें गठित की गईं। वर्मा की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया।