Mehul Choksi Extradition: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के हजारों करोड़ों रुपये के लोन धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार ने एक पत्र लिखकर बेल्जियम को भरोसा दिलाया है। भारत के गृह मंत्रालय (MHA) ने बेल्जियम के न्याय मंत्रालय को एक पत्र भेजकर बताया है कि अगर चोकसी को भारत लाया जाता है तो उसे जेल में कैसी सुविधाएं दी जाएंगी। बता दें कि यह कदम चोकसी के वकीलों द्वारा उठाए गए मानवाधिकार और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के जवाब में उठाया गया है।
सरकार ने जेल में इन सुविधाओं का दिया भरोसा
बेल्जियम के न्याय मंत्रालय को लिखे पत्र को महाराष्ट्र सरकार की सलाह से तैयार किया गया है, जिसमें साफ-साफ बताया गया है कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में चोकसी को क्या-क्या मिलेगा:
मेहुल चोकसी के वकील ने क्या दलीलें दी हैं?
दूसरी तरफ मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने उनके प्रत्यर्पण का विरोध करने के लिए दो मुख्य दलीलें दी हैं: पहला, उनका दावा है कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है; और दूसरा, भारत में उनके खराब स्वास्थ्य का ठीक से इलाज नहीं हो पाएगा। वकील ने कहा कि चोकसी को कैंसर का इलाज चल रहा है, इसलिए वह भारत नहीं आ सकते। उन्होंने पहले भी जांच में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होने की पेशकश की थी। वकील ने यह भी बताया कि इससे पहले डोमिनिका से भी उनके प्रत्यर्पण की कोशिश नाकाम रही थी।
बता दें कि चोकसी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और खातों में हेरफेर जैसे आरोप हैं, जिन्हें बेल्जियम के कानून में भी अपराध माना जाता है। इसी आधार पर भारत उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।