Rana Balachauria Murder: पंजाब में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक प्रमुख कबड्डी खिलाड़ी और आयोजक कंवर दिग्विजय सिंह, जिसे राणा बालाचौरिया के नाम से जाना जाता था, उसकी मोहाली के एक भीड़भाड़ वाले टूर्नामेंट में सोमवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह दर्दनाक हमला सैकड़ों दर्शकों के सामने हुआ। इस वारदात ने पंजाब की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है।
इस सार्वजनिक हत्याकांड ने राज्य में सियासी भूचाल ला दिया है, क्योंकि एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है और दावा किया है कि यह गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला है।
'सेल्फी' लेने के बहाने झोंका फायर
30 वर्षीय राणा बालाचौरिया सोहाना कबड्डी कप के आयोजकों में से एक थे। मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमनदीप सिंह हंस ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि हमलावरों ने बालाचौरिया की स्थानीय प्रसिद्धि का फायदा उठाया। दो हमलावर मोटरसाइकिल से आए और बालाचौरिया के पास सेल्फी लेने के बहाने पहुंचे। चूंकि बालाचौरिया को अक्सर लोग सेल्फी के लिए घेरते थे, इसलिए उन्हें कोई संदेह नहीं हुआ। पास आते ही, उन्होंने पिस्तौल निकाली और पॉइंट-ब्लैंक रेंज से अंधाधुंध गोलियां चला दीं, जो उनके सिर और चेहरे पर लगीं। उन्हें तुरंत फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
हमलावरों ने करीब 500-600 लोगों की भागती हुई भीड़ के बीच भागने के लिए कथित तौर पर हवा में भी कई गोलियां चलाईं।
मूसेवाला की हत्या का बदला: गैंग का दावा
इस घटना के कुछ ही मिनटों बाद चौधरी-शगनप्रीत गिरोह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस हत्या की जिम्मेदारी ली। पुलिस ने इस पोस्ट की पुष्टि की है, जिसमें गिरोह ने कहा है कि यह हत्या 'हमारे भाई सिद्धू मूसेवाला की मौत का बदला' है। पोस्ट में दावा किया गया कि बालाचौरिया, प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर जगगू खोटी और लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ा हुआ था और उसने मूसेवाला के हत्यारे को पनाह दी थी। गिरोह ने हत्या को अंजाम देने वालों के रूप में 'मक्खन अमृतसर और डिफॉल्टर करने' का नाम लिया।
पुलिस ने घटनास्थल से चार से पांच खाली .32 कैलिबर के खोल बरामद किए हैं, जिससे पता चलता है कि छह से सात राउंड फायरिंग की गई थी। सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है और तलाशी अभियान शुरू किया गया है। इस घटना ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है।