Mumbai Rain Updates: मुंबई हुई पानी-पानी! आज भी कहर बरसाएगी बारिश, रेड अलर्ट जारी, पूरे महाराष्ट्र में 21 लोगों की मौत
मंगलवार को मुंबई में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर सड़कें नदियों जैसी हो गईं, जिससे कई इलाकों में यातायात और रेल सेवाएं ठप पड़ गईं। मूसलाधार बारिश के कारण पटरियों के डूब जाने के कारण सेंट्रल रेलवे की मेन और पोर्ट लाइनों पर लोकल ट्रेन सर्विस भी रुक गई, जिससे यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा
Mumbai Rain Updates: रेड अलर्ट पर मुंबई, आज भी रहेगा बारिश का कहर
मायानगरी मुंबई इन दिनों जलनगरी बनी हुई है, लगातार चार दिनों से भारी बारिश ने इस कभी न थमने वाले शहर का मानों सब कुछ रोक दिया हो। बुधवार को भी मुंबई में रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शहर और आसपास के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी कहा कि गुरुवार से महानगर में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी।मुंबई में रात भर और बुधवार सुबह रुक-रुक कर बारिश हुई। IMD के अनुसार बुधवार सुबह 8.30 बजे तक मुंबई में 24 घंटे में 200 mm बारिश दर्ज की।
मंगलवार को मुंबई में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर सड़कें नदियों जैसी हो गईं, जिससे कई इलाकों में यातायात और रेल सेवाएं ठप पड़ गईं। मूसलाधार बारिश के कारण पटरियों के डूब जाने के कारण सेंट्रल रेलवे की मेन और पोर्ट लाइनों पर लोकल ट्रेन सर्विस भी रुक गई, जिससे यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
साथ ही हवाई यातायात पर इसका काफी ज्यादा असर पड़ा। इस बीच, इंडिगो ने मुंबई में भारी बारिश को देखते हुए ट्रेवल एडवाइजरी भी जारी की है। स्पाइसजेट ने भी एक एडवाइजरी जारी की है।
लगातार बारिश के कारण स्कूल, कॉलेज, सरकारी और अर्ध-सरकारी दफ्तर बंद रहे और बॉम्बे हाई कोर्ट में भी दोपहर 12.30 बजे तक ही कामकाज हुआ।
जलभराव के कारण कई लोकल ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं। इस बीच, पश्चिम रेलवे ने पुष्टि की है कि चर्चगेट-दहानू रोड सेक्शन पर सबअर्बन सर्विस अभी भी चालू हैं, हालांकि ट्रेनें 20-25 मिनट की देरी से चल रही हैं।
एडवाइजरी में बताया गया है कि वसई रोड स्टेशन पर जलभराव की जानकारी मिली है, जिसके कारण अप फास्ट लाइन पर लोकल ट्रेनों को सीमित रफ्तार पर बड़ी सावधानी के साथ चलना पड़ रहा है।
मोनोरेल हुई ठप, 782 यात्रियों को बचाया
मंगलवार को मुंबई में भारी बारिश के बीच, शहर के अलग-अलग स्टेशनों के बीच एलिवेटेड ट्रैक पर दो भीड़भाड़ वाली मोनोरेल ट्रेनें फंस गईं, जिसके बाद 782 यात्रियों को बचाया गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
एक दर्जन से अधिक यात्रियों ने दम घुटने की शिकायत की, और बिजली और AC बंद होने के कारण कुछ यात्री बेहोश हो गए, हालांकि केवल एक यात्री को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और उसकी हालत स्थिर बताई गई।
न्यूज एजेंसी PTI ने मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) के हवाले से बताया कि भारी बारिश के कारण लोकल ट्रेन सर्विस में रुकावट आने के कारण यात्रियों के पास कोई और रास्ता नहीं बचा था, जिसके कारण बिजली सप्लाई बाधित हुई, क्योंकि मोनोरेल सिस्टम अचानक इतनी भीड़ को संभालने में सक्षम नहीं है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी।
आपदा प्रबंधन विभाग के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगले 48 घंटे मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए काफी मुश्किल भरे हो सकते हैं, जो हाई अलर्ट पर हैं।
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए रायगढ़ और पुणे जिले के घाट सेक्शन के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जबकि ठाणे, पालघर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया।
सेंट्रल महाराष्ट्र में बारिश नहीं होने की संभावना है, जबकि मराठवाड़ा और विदर्भ के इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। निवासियों को घर के अंदर रहने और बाढ़ के खतरे वाले इलाकों से बचने की सलाह दी गई है।
महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 21 लोगों की मौत
मंगलवार को जारी एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, 15 अगस्त से शुरू होकर पांच दिनों में महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से अकेले नांदेड़ जिले में सात लोगों की मौत हुई है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से स्थिति को लेकर दी गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में 15 अगस्त को एक व्यक्ति की मौत हुई, जबकि अगले दिन (16 अगस्त) तीन मौतें हुईं।
17 अगस्त को सात लोगों की जान चली गई, उसके बाद 18 को तीन और 19 अगस्त को छह लोगों की मौत हुई, जिससे कुल मृतकों की संख्या 21 हो गई।
ये मौत दीवार या मकान गिरना, बिजली गिरने, बाढ़ आने, उफनती नदियों में बह जाने और भूस्खलन जैसे कारणों से हुई हैं। अकेले नांदेड़ जिले में ही सात मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर डूबने की घटनाओं के कारण हुईं।
बारिश से संबंधित घटनाओं में 12 जानवर भी मारे गए, जबकि 10 लोग घायल हुए।
इसके साथ ही BMC ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की और उनसे आग्रह किया कि वे वैरिफाइड जानकारी या आपात स्थिति के दौरान मदद के लिए नगर निगम के इमरजेंसी कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 1916 पर संपर्क करें।