Navaratri 2025: विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने शनिवार (20 सितंबर) को कहा कि नवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाले 'गरबा' कार्यक्रमों में केवल हिंदुओं को ही एंट्री दिया जाना चाहिए। उसने आयोजकों को सलाह दी है कि वे पहचान के लिए प्रवेश करने वालों के आधार कार्ड की जांच करें। महाराष्ट्र के मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आयोजकों को किसी कार्यक्रम में एंट्री की शर्तें तय करने का अधिकार है। बशर्ते वह पुलिस की अनुमति से आयोजित किया जा रहा हो। कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि VHP समाज में आग लगा देना चाहती है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक नवरात्रि 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने पीटीआई से कहा, "गरबा सिर्फ एक नृत्य नहीं है, बल्कि देवी को प्रसन्न करने के लिए की जाने वाली पूजा का एक रूप है। वे (यानी मुसलमान) मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करते हैं। केवल उन्हीं लोगों को इसमें भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए जो इन अनुष्ठानों में आस्था रखते हैं।"
उन्होंने कहा कि VHP ने गरबा आयोजकों को एडवाइजरी जारी कर उनसे एंट्री गेट पर आधार कार्ड की जांच करने एवं प्रतिभागियों को तिलक लगाने का आग्रह किया है। यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रवेश करने से पहले प्रतिभागी पूजा करें। नायर ने कहा, "VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता इन आयोजनों पर नजर रखेंगे। गरबा मनोरंजन नहीं बल्कि पूजा का एक रूप है। जिन लोगों की देवी में आस्था नहीं है, उन्हें इसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए।"
VHP के रुख पर बावनकुले ने कहा कि (एंट्री गेट पर) इस तरह के प्रतिबंध लगाना आयोजन समितियों के अधिकार में है। बावनकुले ने पत्रकारों से कहा, "यह उनका अधिकार है। निर्णायक बात यह है कि आयोजन के लिए पुलिस की अनुमति है या नहीं। आयोजन समितियों को इसके आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए।"
प्रदेश BJP के मीडिया प्रमुख नवनाथ बान ने VHP की घोषणा को लेकर पूछे गये एक एक सवाल के जवाब में कहा कि गरबा एक हिंदू आयोजन है। उन्होंने कहा, "दूसरे धर्मों के लोगों को हिंदुओं द्वारा गरबा करने और देवी की पूजा करने में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।" उन्होंने कहा, "हम देवी की पूजा करते हैं, जो हमारी मां के समान हैं।"
उन्होंने VHP के रुख का विरोध करने के लिए शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत की भी आलोचना की। बान ने राउत को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह एक खास समुदाय के वोटों को ध्यान में रखकर इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन लोग उन्हें या उनकी पार्टी को नहीं बख्शेंगे।
इस मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस के विधायक दल के नेता और राज्य के पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा, "वे (VHP के लोग) समाज में आग लगाना चाहते हैं। वे धर्म के आधार पर समाज को बांटना चाहते हैं और इससे राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं। विहिप ने जो कहा है, वह कोई नई बात नहीं है। इस संगठन का जन्म ही देश को अस्थिर करने के इरादे से हुआ है।"
वडेट्टीवार ने दावा किया कि VHP जैसे संगठनों का ऐसा रुख भारत की विविधता में एकता की बुनियाद को हिला देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार के रुख को भी दर्शाता है। BJP के बान ने पलटवार करते हुए कहा कि वडेट्टीवार को पता होना चाहिए कि कांग्रेस का लोगों को बांटने का इतिहास रहा है।